हिमाचल प्रदेश में सर्द मौसम में गर्मी का एहसास,नवंबर माह में सोलन व धर्मशाला की गर्मी ने तोड़ा रिकॉर्ड,तापमान सामान्य से अधिक,आगामी 10 तक मौसम साफ रहने की संभावना,12 नवंबर को ऊंचाई वाले क्षेत्रों में हल्की बर्फबारी को संभावना
हिमाचल प्रदेश में नवंबर माह के सर्द मौसम में भी अब गर्मी का एहसास हो रहा है।इस सीजन में सूर्य को बढ़ती तपिश के कारण नवंबर माह में अधिकतम तापमान के रिकाॅर्ड टूट गये है।प्रदेश में जहां अक्टूबर माह में सुखा रहा वहीं नवंबर माह का आगाज भी शुष्क मौसम के साथ हुआ।दिन ब दिन बढ़ती गर्मी के कारण रविवार को सोलन व धर्मशाला में अधिकतम तापमान के सभी रिकाॅर्ड टूट गए हैं। इन दोनों स्थानों पर नवंबर का अब तक का सबसे अधिक तापमान दर्ज किया गया। माैसम विज्ञान केंद्र शिमला के अनुसार सोलन में 29.0 और धर्मशाला 27.6 डिग्री सेल्सियस अधिकतम तापमान दर्ज किया गया, जो अब तक का रिकाॅर्ड है।
इससे पहले शनिवार को ऊना, सोलन, केलांग और कांगड़ा में अधिकतम तापमान के पुराने रिकॉर्ड टूट गए थे। इन क्षेत्रों में अभी तक का नवंबर में सबसे अधिक पारा दर्ज हुआ । वहीं, राजधानी शिमला सहित पूरे प्रदेश के तापमान सामान्य से अधिक चल रहे हैं जिसके कारण नवंबर माह की धूप ने पसीना छुड़ा दिया है।आगामी दस दिनों तक मौसम साफ रहने की संभावना है और बढ़ते तापमानों से अगले तीन दिन राहत मिलने के आसार नही हैं।8 नवंबर के बाद बढ़ते तापमान कम होने की संभावना मौसम विज्ञान केंद्र ने जताई है।
मौसम विज्ञान केंद्र के वैज्ञानिक शोभित कटियार ने कहा कि हिमाचल प्रदेश में अगले दस दिनों तक माैसम साफ रहने के आसार हैं। राज्य के सभी क्षेत्रों में 12 नवंबर तक माैसम शुष्क बने रहने का पूर्वानुमान है।उन्होंने कहा कि 12 नवंबर को प्रदेश के चंबा,कांगड़ा व लाहौल स्पीति के ऊंचाई वाले क्षेत्रों में हल्की बर्फबारी की संभावना है।प्रदेश में आगामी दस दिनों तक बारिश की कोई आसार नही है।प्रदेश में अधिकतम व न्यूनतम तापमान सामान्य से अधिक चल रहे हैं।8 नवंबर तक तापमान इसी तरह पूरे प्रदेश में बने रहेंगे।नवंबर माह में अभी तक का सोलन में 29.0 और धर्मशाला 27.6 डिग्री सेल्सियस अधिकतम तापमान दर्ज किया गया, जो अब तक का रिकाॅर्ड है।इससे पहले शनिवार को ऊना में नवंबर माह में तापमान का रिकॉर्ड टूटा है ।8 नवंबर के बाद अधिकतम व न्यूनतम तापमानों में गिरावट आने की संभावना है लेकिन बावजूद इसके तापमान फिर भी सामान्य से अधिक बने रहेंगे।बद्धत्व तापमानों का कारण पश्चिमी विक्षोभ का न आना व मौसम शुष्क बने रहना है।