सेब की तर्ज पर किलो के हिसाब से खरीदा जाए किसानों का टमाटर : डाॅ. तंवर

 सेब की तर्ज पर किसानों का टमाटर भी मंडियों में किलोग्राम के हिसाब से खरीदा जाना चाहिए, ताकि किसानों को अपने उत्पाद के उचित दाम मिल सके। किसान सभा के प्रदेशाध्यक्ष डाॅ कुलदीप तंवर ने सोमवार को कसुम्पटी किसान सभा की बैठक की अध्यक्षता करते हुए कहा कि सब्जी मंडियों में किसानों का टमाटर बोली के आधार पर खरीदा जाता है, जिससे कई बार किसानों को नुकसान उठाना पड़ता है। टमाटर की क्रेट में 24 से 28 किलोग्राम टमाटर रखने की क्षमता है।

किसान सभा बैठक में भाग लेते किसान प्रतिनिधि

उन्होंने सरकार से टमाटर व अन्य सब्जियों को किसानों से मंडियों में किलोग्राम के हिसाब से खरीदने की मांग की है। जिस बारे में प्रभावी पग उठाए जाएंगे। डाॅ तंवर ने कहा कि भारी वर्षा और भूस्खलन से बरसात के कारण जहां किसानों के खेतों, मकानों और सड़कों को भारी नुकसान हुआ है। वहीं बारिश व ओलावृष्टि से इस बार किसानों को दो-दो बार फसलों की बिजाई करनी पड़ी है। मौसम की बेरूखी के चलते किसान 10 प्रतिशत फसल भी पैदा नहीं कर पाए।

किसान सभा कसुम्पटी एरिया कमेटी के सचिव जयशिव ठाकुर ने आढ़तियों द्वारा सब्जी मंडी में प्रति दो किलो की काट करने पर भी आपत्ति जताई है। बैठक में फोरलेन प्रभावित किसानों ने भी अपनी समस्या उठाई। उन्होंने कहा कि वे लंबे समय से चार गुना मुआवजे की मांग कर रहे हैं, लेकिन सरकारें उनकी मांगों को नजरंदाज करती आ रही हैं।

डॉ. तंवर कहा कि किसानों को आज अपनी खेती वैज्ञानिक तरीके से करने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि हिमाचल में आज कुल भूमि में से केवल 10 प्रतिशत जमीन ही किसानों के पास है। उसमें भी लगभग 86 प्रतिशत किसान ऐसे हैं जिनके पास 5 बीघा से कम जमीन है। उन्होंने किसानों को मल्टी क्रॉपिंग पैटर्न अपनाने की सलाह दी। इस मौके पर कसुम्पटी एरिया कमेटी के अध्यक्ष गुलाब चन्देल ने भी अपने विचार रखे। बैठक में 17 पंचायतों के किसान प्रतिनिधियों ने भाग लिया।