दिवाली के समय परिजन को अलर्ट रहने की आवश्यकता है यह बात सोलन के बाल रोग विशेषज्ञ डॉक्टर जेपी बिष्ट ने कही। उन्होंने कहा कि दिवाली के समय में अगर परिजन जागरूक रहेंगे तो बच्चे बड़ी दुर्घटना से बच सकते है। अगर परिजन थोड़ी सी भी असवावधानी या लापरवाही रखते है तो बच्चे पटाखों से होने वाली किसी दुर्घटना का शिकार भी हो सकते है। उन्होंने बताया कि पिछले वर्ष भी कई बच्चों के हाथ पटाखों से जल गए थे। लेकिन गनीमत यह रही थी कि उनकी आँखे सुरक्षित थी। इस लिए बच्चों की तरफ लापरवाह मत रहें अगर वह पटाखे चला रहे है तो उनके साथ अवश्य खड़े रहे।
अधिक जानकारी देते हुए डॉक्टर जेपी बिष्ट ने बताया कि पटाखों से अक्सर बच्चों के हाथों और आँखों को खासा नुकसान पहुंचता है। इसलिए जब भी बच्चे पटाखे चला रहे है तो अपनी देखरेख में जलाएं अगर दुर्भाग्यवश कोई बच्चे पटाखे से झुलस जाता है तो उस पर तुरंत ठंडा पानी डालें। यह पानी तब तक डालते रहें जब तक कि उसे प्राथमिक उपचार न मिल जाए। उन्होंने बताया कि बच्चों के जले हुए कपड़े उसी समय बदल दें और तुरंत उन्हें डॉक्टर के पास लेकर जाएं। बच्चों को बचाने के लिए उनके साथ अवश्य खड़े रहें।