जागरण संवाददाता, आगरा। चिकित्सक पति ने बीमार होने का बहाना बना परिवार परामर्श केंद्र में तारीख पर आने में असमर्थता जता दी। इस पर चिकित्सक पत्नी जासूस की भूमिका में आ गईं। पत्नी ने एक युवक को मरीज बना चिकत्सक पति के पास भेजा।

पति अपनी क्लीनिक में बैठे मरीजों को देख रहे थे। युवक ने अपनी बीमारी का पर्चा बनवा लिया। जिस पर काउंसलिंग के दिन की तारीख थी। चिकित्सक पत्नी ने पर्चे की मोबाइल से फोटो खींच पुलिस और काउंसलर के सामने पेश कर दी।

हैसियत को लेकर चल रही है रार

मामला शहर के रहने वाले एक चिकित्सक दंपती का है। दोनों के बीच हैसियत को लेकर रार हो गई। चिकित्सक पत्नी की सास द्वारा ताना मारने पर मामला तूल पकड़ गया। इसमें चिकित्सक की पत्नी के मायके वाले भी उनके समर्थन में आ गए। मामला इतना बढ़ा कि पुलिस तक पहुंच गया। पुलिस ने चिकित्सक दंपती से बातचीत की। पाया कि दोनों को सामने बैठा बातचीत से मामला सुलझ सकता है।

 

बीमारी का बनाया था बहाना

चिकित्सक पति को रविवार कांउसलिंग के लिए बुलाया गया था। चिकित्सक ने अपनी बीमारी का बहाना बनाते हुए काउंसलिंग के लिए आने में असमर्थता जता दी। इधर, चिकित्सक की पत्नी काउंसलिंग के लिए पहुंच गई थी। उसे पति द्वारा खुद को बीमार बताने पर शक हो गया। एक युवक को पति की क्लीनिक पर भेजा और उसका पर्चा बनवा लिया। काउंसलर ने दंपती को अब अगली तारीख दी है।

 

पति ने नहीं बताई पेंशन और वेतन रकम, 19 साल बाद रूठ गई पत्नी

पति ने नौकरी से लेकर पेंशन तक पत्नी को अपना वेतन और पेंशन नहीं बताई। इस पर शादी के 19 वर्ष बाद पत्नी रूठ कर मायके आ गई। मामला परिवार परामर्श केंद्र पहुंचने पर काउंसलिंग के बाद दंपती में सुलह हो गई। आगरा की रहने वाली महिला की शादी 19 वर्ष पहले जयपुर के रहने वाले फौजी से हुई थी। पति फौज से सेवानिवृत्त होकर सरकारी विभाग में नौकरी कर रहा है।

पत्नी का आरोप था कि पति ने आज तक उसे अपनी पेंशन और वेतन की धनराशि के बारे में नहीं बताया। जब भी पूछती है तो वह टालमटोल कर देता था। जबकि पति का कहना था कि पासबुक घर पर रहती है, पत्नी को कभी देखने से नहीं रोका। काउंसलिंग के दौरान पति ने शर्त रख दी कि पत्नी के मायके वाले उसे घर पर छोड़कर जाएंगे। मायके वालों के राजी होने पर दोनों को वहां से विदा किया गया।