बाइट – जगदीश भारद्वाज, एटक प्रदेशाध्यक्ष हिमाचल
एटक के प्रदेशाध्यक्ष जगदीश भारद्वाज ने आरोप लगाया है कि हिमाचल प्रदेश में फोरलेन निर्माण के लिए लाखों पेड़ों की बलि देने के बाद भी पहाड़ी क्षेत्रों में चीरहरण नहीं थम रहा है।
उन्होंने कहा कि
हिमाचल प्रदेश को भारत का स्विट्जरलैंड कहा जाता है, लेकिन यहां फोरलेन निर्माण में जिस तरह की लापरवाही बरती जा रही है, उससे लोगों को भारी परेशानी हो रही है।
भारद्वाज ने कहा कि फोरलेन निर्माण के कारण कई जगहों पर जमीन धंसने की समस्या सामने आई है, जिससे लोगों के घरों और संपत्तियों को खतरा उत्पन्न हो गया है।
वहीं दूसरी तरफ सड़कों का पानी लोगों के घरों में घुस रहा है, जिससे उन्हें भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
जगदीश भारद्वाज ने कहा कि हजारों परिवार फोरलेन निर्माण के लिए मुआवजे की मांग को लेकर दर-दर भटक रहे हैं लेकिन उनकी तरफ कोई ध्यान नही दे रहा है।
मंत्री अनिरुद्ध सिंह के बयान पर एटक की प्रतिक्रिया
एटक के प्रदेशाध्यक्ष जगदीश भारद्वाज ने प्रदेश सरकार के मंत्री अनिरुद्ध सिंह के बयान पर कहा कि संघर्ष का रास्ता जरूरी है। यदि आज आवाज नहीं उठाई गई तो आने वाले समय में हिमाचल खत्म होने की कगार पर पहुंच जाएगा।
जगदीश भारद्वाज ने कहा कि हिमाचल प्रदेश को भारत का स्विट्जरलैंड कहा जाता है क्योंकि वहां की तरह यहां पर ऐसे ही पहाड़ियां और क्लाइमेट है लेकिन जिस तरह से विकास को लेकर सड़कों का निर्माण वहां किया गया है अगर उस तर्ज पर हिमाचल में भी NHAI और निजी फोरलेन निर्माण कम्पनी कार्य करती तो आज लोगों को डर के साए में रहकर बेघर न होना पड़ता।