अयोध्या –प्राण प्रतिष्ठा में शामिल होने वाले अतिथियों का प्रवेश कार्ड (पास) हाईसिक्योरिटी फीचर से युक्त है, जिसे वॉट्सएप या मेल के जरिए उन्हें भेजा जाएगा। मंदिर परिसर में प्रवेश के समय अतिथियों को अपना आधारकार्ड व प्रवेश कार्ड दिखाना होगा।

जरूरत पड़ने पर तैनात सुरक्षा बल प्रवेश कार्ड पर अंकित बारकोड को स्कैन कर उनके ब्योरे को जांच सकेंगे। इन दिनों श्रीरामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के कार्यशाला स्थित कार्यालय पर अतिथियों का पंजीकरण, संवाद चल रहा है। संतों का पंजीकरण अंतिम दौर में है। अतिविशिष्टजनों का पंजीकरण प्रारंभ है।

14 लाख दीयों से उकेरी गई आकृति

भगवान राम के विग्रह की प्राण प्रतिष्ठा की घड़ी ज्यों-ज्यों निकट आ रही है, रामनगरी में उत्सवों का क्रम प्रारंभ हो गया है। इसी कड़ी में साकेत महाविद्यालय में शनिवार को 14 लाख रंगीन दीयों से भगवान श्रीराम व राममंदिर की भव्य आकृति उकेरी गई।

इसकी विश्व कीर्तिमान की दावेदारी परखने के लिए गिनीज बुक आफ वर्ल्ड रिकॉर्ड की टीम भी वहां उपस्थति रही। केंद्रीय मंत्री अश्वनी चौबे के नेतृत्व में भागलपुर से श्रीराम आविर्भाव यात्रा और बक्सर से श्री राम अभ्युदय यात्रा शनिवार को अयोध्या पहुंची।

 

गूगल फॉर्म पर इस तरह करना होगा पंजीकरण

अतिथियों को भेजे आमंत्रण पर चार अंक का कोड अंकित हैं और दिए गए लिंक से गूगलफॉर्म ओपेन कर अतिथि को अपना पंजीकरण करना होगा। पहले चरण में आमंत्रण पत्र पर अंकित चार अंक के कोड की इंट्री करनी है।

 

बाद में ट्रस्ट कार्यालय में पंजीकृत मोबाइल नंबर पर ओटीपी आएगा, ओटीपी को अंकित करने के बाद अतिथि को अपने आधार नंबर व फोटो अपलोड करने होंगे। पंजीकरण होने के बाद यहां से अतिथि के वाट्सएप या मेल से उन्हें प्रवेश कार्ड दिया जाएगा। इसे दिखाने पर ही प्रवेश पा सकेंगे।