सोशल मीडिया ने बहुत से टैलेंटेड लोगों को एक ज़रिया दे दिया है, पूरी दुनिया तक पहुंचने का. आजकल सोशल मीडिया पर खाने-पीने के, फूड रेसिपीज़ के कई वीडियोज़ नज़र आते हैं. इन वीडियोज़ के ज़रिए ही बहुत से लोगों को एक नई पहचान मिली है. बात खाने की करें तो हम भारतीयों का दिन स्ट्रीट फ़ूड खाए बिना पूरा नहीं होता. डायटिंग करने की कोशिश करो फिर भी शाम तक मोमो, समोसे, गोलगप्पे या चाट खाने का मन हो ही जाता है. लखनऊ के एक मोमो बेचने वाले अंकल इन दिनों सोशल मीडिया पर काफ़ी मशहूर हो रहे हैं.
लखनऊ का खास मोमो सेलर
दिल्लीवालों की बात करें तो मोमो खाए बिना उन्हें नींद नही न आए! देश के हर छोटे-बड़े शहर में मोमो के स्टॉल या दुकानें मिल जाएंगी. लखनऊ के मशहूर चटोरी गली के एक मोमो बेचने वाले अंकल सोशल मीडिया पर छाए हुए हैं. शर्ट और ट्राउज़र्स पहने ये अंकल मोमो का छोटा सा स्टॉल लगाते हैं.
अंग्रेज़ी बोलते हैं ये मोमो वाले अंकल
यूं तो लखनऊ के स्ट्रीट फूड की बात ही कुछ और है. डायट पर ध्यान देने वाले लोग भी लखनऊ की गलियों के चाट, पानी बताशे, दही भल्ले को मना नहीं कर पाएंगे.
इंस्टाग्राम पर @lifewithdarpan नामक पेज ने एक वीडियो शेयर किया है. इस वीडियो में एक अंकल मोमो बेचते नज़र आ रेह हैं. अंकल की दुकान ज़्यादा बड़ी नहीं है लेकिन अंकल की बातें सुनकर हर कोई उनसे मोमो खाना चाहेगा.
ये अंकल दरअसल अंग्रेज़ी के प्रोफ़ेसर हैं और घर के बने मोमोज़ बेचते हैं. अंग्रेज़ी में ही अपने मोमोज़ की विशेषता बताते हैं. बादाम की चटनी और सीज़्वान चटनी के साथ वेज मोमोज़ बेचते हैं. रोज़ शाम को 4 से 6 के बीच अंकल मोमो का स्टॉल लगाते हैं.
अगली बार आप लखनऊ जाने का मौका मिले तो अंकल के मोमोज़ खाना न भूलें.