हिमाचल में फोरलेन निर्माता कम्पनी के इंजीनियर्स ने , सड़क रिपेयर का ऐसा फार्मूला निकला है जिसकी मदद से हिमाचल की सड़कें फिर से नई जैसी हो जाएँगी और खर्चा भी न के बराबर आएगा। सड़कों की दरारें पलभर में भर जाएँगी। उनमें सीमेंट और कंकरीट भी डालने की आवश्यकता नहीं है। आप को यकीन नहीं आता तो आप खुद देख लीजिए , फोरलेन निर्माण कम्पनी के जाने माने इंजियर्स इस काम को खुद अंजाम दे रहे है। हिमाचल में जिस तरह गाँवों में घरों के आंगन को लीपा जाता है उसी तर्ज पर अब इन कुशल इंजियर्स ने पहाड़ों से निकलने वाली चिकनी मिटटी से सड़क की को लीप कर दरारें भरने का जुगाड़ निकाल लिया है। आस पास के लोग इस फार्मूले से सकते में पड़ चुके है और जम कर तारीफ़ भी कर रहे है। उनकी माने तो उन्हें यकीन आ चुका है कि इंजीनियर्स के सहारे उनके घर अब वह पूर्ण रूप से सुरक्षित है उन्हें कुछ होने वाला नहीं है।
क्षेत्र वासियों ने कहा कि जिस फोरलेन निर्माता कंपनी को यह ठेका दिया गया है उसे पहाड़ी क्षेत्र में सड़क बनाने का कोई अनुभव नहीं है। उन्होंने चिकनी मिटटी की फिलिंग कर सड़क बना दी। अब वह सड़क धंस रही है। कई जगह दरारें पड़ चुकी है तो उन दरारों को भी चिकनी मिटटी से भरा जा रहा है यह हास्य की बात है। मिटटी से दरारें भरने के कारण क्षेत्र वासियो का जीवन दाव पर लग चुका है क्योंकि फिसलन के कारण दोपहिया वाहन दुर्घटना ग्रस्त हो सकते है। उन्होंने कहा कि जो अधिकारी कार्य कर रहे है उनके कार्य से नहीं लगता है कि वह पड़े लिखे और अनुभवी इंजियर्स है। इस लिए सरकार को कम्पनी की कार्रवाई पर तीखी नज़र रखनी चहिए।