ED के सामने आज भी पेश नहीं होंगे अरविंद केजरीवाल, एजेंसी के नोटिस को बताया अवैध

दिल्‍ली के सीएम अरविंद केजरीवाल को आज ईडी ने पूछताछ के लिए बुलाया था। शराब नीति से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में उन्‍हें ईडी के सामने पेश होना था। हालांकि इस बार भी अरविंद केजरीवाल ईडी के सामने पेश नहीं होंगे। बता दें कि इससे पहले दो बार वह ईडी के सामने पेश होने से मना कर चुके हैं।

arvind kejriwal
नई दिल्‍ली: मुख्‍यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर गिरफ्तारी की तलवार लटक रही है। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने शराब नीति से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में केजरीवाल को पूछताछ के लिए आज फिर बुलाया था। लेकिन अरविंद केजरीवाल इस बार भी ईडी के सामने पेश नहीं होंगे। ईडी के तीसरे समन का जवाब देते हुए अरविंद केजरीवाल ने ईडी को पत्र लिखा। उन्होंने पत्र लिखकर बताया कि आज वो ईडी के दफ्तर नहीं जाएंगे। ईडी के समन पर आम आदमी पार्टी का कहना है कि अरविंद केजरीवाल ईडी की जांच में सहयोग करने को तैयार हैं लेकिन एजेंसी का नोटिस अवैध है। उनका इरादा अरविंद केजरीवाल को गिरफ्तार करना है। वे उन्हें चुनाव प्रचार से रोकना चाहते हैं।

ईडी ने भेजा था तीसरा समन

इसे लेकर AAP के राष्ट्रीय संयोजक केजरीवाल को हाल में ईडी ने तीसरा समन भेजा था। तीसरे समन में सीएम को बुधवार यानी आज पेश होने के लिए कहा गया है। इसके पहले वह दो बार ईडी के सामने पेश होने से इनकार कर चुके हैं। क्‍या पहले की तरह इस बार भी केजरीवाल ईडी के सामने पेश नहीं होंगे? इस पर आम आदमी पार्टी (AAP) ने अपना रुख साफ किया है। पार्टी ने ये तो नहीं बताया कि आज केजरीवाल पेश होंगे या नहीं। लेकिन, यह जरूर कहा कि वह कानून के अनुसार कदम उठाएंगे।

आम आदमी पार्टी (AAP) की मुख्य राष्ट्रीय प्रवक्ता प्रियंका कक्कड़ ने मंगलवार को कहा था कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की ओर से जारी समन पर पार्टी कानून के मुताबिक कदम उठाएगी। ईडी ने शराब नीति से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में केजरीवाल को पूछताछ के लिए तीन जनवरी को बुलाया है। संवाददाता सम्मेलन में कक्कड़ से पूछा गया था कि क्या केजरीवाल पूछताछ के लिए ईडी के सामने पेश होंगे। इस पर उन्होंने कहा, ‘इस सवाल का जवाब हमारी कानूनी टीम ही बेहतर दे सकेगी। हम कानून के अनुसार काम करेंगे।’

आप के राष्ट्रीय संयोजक केजरीवाल को ईडी की ओर से यह तीसरा नोटिस है। इससे पहले दो नवंबर और 21 दिसंबर को भी समन जारी किए गए थे, लेकिन केजरीवाल ने पेश होने से इनकार कर दिया था। केजरीवाल ने ईडी के पहले के समन को ‘अवैध’ और ‘राजनीति से प्रेरित’ बताया था।