राजधानी के दूसरे सबसे बड़े अस्पताल में सुपर स्पेशलिटी की सुविधाएं न मिलने के कारण मरीजों को रैफर करना पड़ रहा है। रिपन अस्पताल में इस समय कार्डियक, न्यूरो और प्लास्टिक सर्जरी की सुविधा उपलब्ध नहीं है। बता दे कि इस समय रिपन अस्पताल में प्रत्येक वर्ष दो लाख से ज्यादा मरीज अपना इलाज करवाने आते है।
अस्पताल में मरीजों को इन बिमारियों के इलाज की व्यवस्था नही होने के कारण मरीजों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। यहां से दूसरे अस्पताल के लिए लोगों को दस किलोमिटर दूर जाना पड़ता है। इस वर्ष अब तक रिपन अस्पताल से 214 मरीजों को अस्पताल में इलाज उपलब्ध न होने की वजह से दूसरे अस्पताल में रैफर करना पड़ता है।
यह अस्पताल स्टाफ की कमी से भी जूझ रहा है। जिस कारण कई बार मरीजों को बेहतर देख-रेख भी नहीं मिल पाती है।
अस्पताल पुराना बस अड्डा के पास होने की वजह से मरीजों के लिए एक बेहतर विकल्प है। इस अस्पताल में इस समय क्षमता से अधिक मरीज आ रहे है। इस अस्पताल में बेहतर सुविधाएं मिलने से आईजीएमसी (IGMC) अस्पताल का बोझ भी कम होगा।
अस्पताल में प्रत्येक वर्ष दो लाख से ज्यादा मरीज आते है। इस अस्पताल में कार्डियक, न्युरों व प्लास्टिक सर्जरी की सुविधा भी उपलब्ध नहीं है।