सोलन शहर में दो दिन पहले आए तेज आंधी-तूफान ने तबाही मचाई। कई जगहों पर पेड़ गिरने से न केवल जनजीवन प्रभावित हुआ, बल्कि लोगों को भारी नुकसान भी झेलना पड़ा। इसी बीच शहर के कई क्षेत्रों में मौजूद सूखे और झुके हुए पेड़ अब स्थानीय लोगों के लिए जानलेवा खतरा बनते जा रहे हैं।कोटला नाला हॉस्पिटल रोड पर स्थित एक सूखा पेड़ ऐसा ही उदाहरण है, जिसे नगर निगम द्वारा खतरनाक घोषित कर चिन्हित किया गया था, लेकिन आज तक उस पर कोई कार्रवाई नहीं हुई है। जैसे ही हवा चलती है, आस-पास रहने वाले लोग सहम जाते हैं। स्थानीय निवासियों का कहना है कि प्रशासन ने आश्वासन तो दिया था कि पेड़ों को जल्द काटा जाएगा, लेकिन अब तक कोई भी अधिकारी मौके पर नहीं पहुंचा।
नरेंद्र शर्मा , कार्तिक , उर्मिला नाराजगी जताते हुए कहा कि ये पेड़ कभी भी तेज हवा में वाहनों, राहगीरों या बिजली की तारों पर गिर सकते हैं और बड़ी दुर्घटना का कारण बन सकते हैं। उनका कहना है कि जब भी मौसम बिगड़ता है, उनका डर बढ़ जाता है और दिल की धड़कन तेज हो जाती है।स्थानीय जनता की मांग है कि नगर निगम तुरंत कार्रवाई करे और इन सूखे पेड़ों को हटाया जाए, ताकि किसी अनहोनी से पहले इस खतरे को टाला जा सके। यदि समय रहते कदम न उठाए गए, तो इसके गंभीर परिणाम हो सकते हैं।
बाइट नरेंद्र शर्मा , कार्तिक , उर्मिला