1621 में बसे ऐतिहासिक नाहन शहर में आस्था वेलफेयर सोसायटी व सिरमौर प्रेस क्लब (Sirmour Press Club) के संयुक्त तत्वाधान में गांधी जयंती के मौके पर ‘Donate Your Plastic’ अभियान का शानदार आगाज हुआ। आस्था स्पेशल स्कूल (Aastha Special School) के परिसर में विधायक अजय सोलंकी व उपायुक्त सुमित खिमटा साक्षी बने। राष्ट्रपिता (Rashtrpita Mahatma Gandhi) को श्रद्धा सुमन अर्पित करने के साथ गरिमापूर्ण कार्यक्रम की शुरुआत हुई।
खास बात ये रही कि करीब एक दर्जन विद्यालयों के बड़ी संख्या में छात्र व छात्राओं ने प्लास्टिक उन्मूलन के प्रयास में खासी दिलचस्पी दिखाई। प्लास्टिक के दुष्परिणामों को लेकर छात्रों से सवाल-जवाब का सत्र जबरदस्त रहा। सोसायटी के विशेष समन्वयक आशुतोष गुप्ता के सवालों का जवाब देने के लिए छात्र काफी आतुर थे।
अमूमन कार्यक्रमों का आयोजन महज औपचारिकता के लिए होता है, लेकिन यहां एक अलग तस्वीर थी। कार्यक्रम में मौजूद विशेष अतिथि तो गहरी दिलचस्पी ले रहे थे, साथ ही पंडाल में मौजूद सैंकड़ों विद्यार्थी अपनी सीट से टस से मस नहीं हो रहे थे। इस मौके पर संबोधन में विधायक अजय सोलंकी ने राष्ट्रपिता को स्मरण करते हुए स्कूली विद्यार्थियों का आह्वान किया कि मौजूदा समय में सोशल मीडिया के विश्वविद्यालय द्वारा फैलाए जा रहे दुष्प्रचार से भ्रमित न हों।
उन्होंने शिक्षकों से भी आह्वान किया कि रोजाना दो से तीन मिनट का वक्त देश की आने वाली पीढ़ियों को सही ज्ञान प्रदान करने के लिए दें। उन्होंने ‘डोनेट योर प्लास्टिक’ मुहिम में हरेक विद्यार्थी को सहयोग करने की भी अपील की है।
उपायुक्त सुमित खिमटा ने संबोधन में पर्यावरण संरक्षण की दिशा में आस्था वेलफेयर सोसायटी व सिरमौर प्रेस क्लब द्वारा शुरू की गई मुहिम की भूरि-भूरि प्रशंसा की। हालांकि, उपायुक्त को व्यस्तता की वजह से जल्दी निकलना था, लेकिन प्लास्टिक उन्मूलन की दिशा में आयोजित कार्यक्रम से इतना प्रभावित नजर आए कि आखिरी पल तक भी पंडाल में मौजूद रहे।
उपायुक्त ने ये भी कहा कि प्लास्टिक के इस्तेमाल को लेकर एक सामाजिक मुहिम बननी चाहिए। इसमें विद्यार्थी बड़ी भूमिका निभा सकते हैं। उन्होंने कहा कि अप्रैल के अंतिम सप्ताह में बतौर उपायुक्त कार्यभार संभाला था। इससे पहले वो शिमला में थे, जहां प्लास्टिक के खिलाफ एक सामाजिक मुहिम उठ खड़ी हुई है।
कार्यक्रम में डिप्लोमा इन एजुकेशन (Diploma in Education) के छात्रों की एक लघु नाटिका ने खासा समां बांधा। छात्राओं ने स्वच्छता को लेकर समाज को तंज भी कसा, साथ ही इस बात का भी बखूबी वर्णन किया कि हमारे द्वारा फैलाए गए कूडे को साफ करने की जिम्मेदारी सरकार की ही नहीं है, बल्कि हमको भी इसकी जिम्मेदारी उठानी होगी।
लघु नाटिका की पटकथा बेहद ही प्रभावशाली थी। कार्यक्रम के अंतिम पलों में विशेष आवश्यकता वाले बच्चों की प्रस्तुति ने पंडाल में मौजूद हरेक व्यक्ति को भावुक कर दिया। आखिरी पलों में वरिष्ठ महिला नागरिक ‘फूला आंटी’ ने वंदे मातरम की प्रस्तुति देकर हरेक विद्यार्थी व शख्स में गजब जोश भर दिया। पंडाल में तालियों की गड़गड़ाहट ने फूला आंटी की भी खूब हौसला अफजाई की।
कार्यक्रम में संबोधन के दौरान आस्था वेलफेयर सोसायटी के विशेष समन्वयक आशुतोष गुप्ता ने कहा कि प्लास्टिक एकत्रीकरण की मुहिम 5 माह तक चलेगी। सोसायटी द्वारा स्कूलों से ही विद्यार्थियों द्वारा एकत्रित प्लास्टिक को लिया जाएगा। बता दें कि कार्यक्रम में विद्यार्थियों को कंपोस्टेबल गारबेज बैग भी वितरित किए गए। उन्होंने कहा कि सिंगल यूज प्लास्टिक (Single Use Plastic) का निष्पादन भी एक चुनौती रहता है।
आशुतोष गुप्ता ने इस अवसर पर एक ऑनलाइन प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता (Online Quiz) का ऐलान भी किया, इसमें 10 सवाल पूछे गए हैं। साथ ही नाहन को स्वच्छ रखने को लेकर प्रतिक्रिया मांगी गई है। सवालों के अलावा प्रतिक्रिया के आधार पर विजेताओं का चयन किया जाएगा। उन्होंने कहा कि https://forms.gle/hHq7PG2mc2WeHGYAA इस लिंक पर क्लिक कर प्रश्नोत्तरी में हिस्सा लिया जा सकता है।
इससे पूर्व सिरमौर प्रेस क्लब (Sirmour Press Club) के अध्यक्ष शैलेंद्र कालरा ने विचार प्रकट किए। साथ ही विद्यार्थियों से आह्वान किया कि वो घर पर प्लास्टिक के इस्तेमाल से इंकार करें, साथ ही समाज के प्रहरी भी बनें। सिरमौर प्रेस क्लब के महासचिव सतीश शर्मा ने धन्यवाद प्रस्ताव पेश करते हुए कहा कि क्लब सामाजिक कार्यों में आहुति के लिए वचनबद्ध है।
इस मौके पर प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के क्षेत्रीय अधिकारी पवन शर्मा, पार्षद राकेश गर्ग, वीरेंद्र पासी, श्रुति चौहान, रोड सेफ्टी क्लब के अध्यक्ष नरेंद्र तोमर, डॉप्स ऑफ होप के संस्थापक ईशान राव, कांग्रेस मंडल के अध्यक्ष ज्ञान चौधरी व कांग्रेस के युवा कार्यकर्ता भी मौजूद थे।
क्या है, डोनेट योर प्लास्टिक मुहिम…
दरअसल, इस मुहिम में स्कूली विद्यार्थियों से ऐसा प्लास्टिक एकत्रित किया जाएगा, जिसकी रिसाइकलिंग संभव है। सोसायटी का उद्देश्य ये है कि प्लास्टिक को फैंकने की बजाय रिसाइकलिंग की जा सकती है। रिसाइकलिंग के माध्यम से विशेष आवश्यकता वाले बच्चों के उत्थान के लिए फंड रेजिंग भी होगी। स्पष्ट शब्दों में कहें तो आपके द्वारा प्लास्टिक को डोनेट कर विशेष बच्चों की भी मदद की जा सकती है। यानी आम के आम गुठलियों के दाम।