Diwali Special Foods: Diwali पर क्यों खाया जाता है जिमीकंद, क्या हैं मान्यताएं, सेहत के लिए कितनी उपयोगी है ये सब्जी?

दिवाली का मौका हो और घरों में स्वादिष्ट पकवान ना बनें ऐसा संभव नहीं. देश भर में स्वादिष्ट पकवानों के साथ साथ इस खास दिन पर कई ऐसे व्यंजन भी बनते हैं जिन्हें मान्यताओं से जोड़ कर देखा जाता है. कहीं कोई विशेष मिठाई बनती है तो कहीं कोई खास सब्जी. कुछ इसी तरह कई लोग दिवाली पर खास तौर से सूरन यानी जिमीकंद की सब्जी बनाते हैं.

बहुत से लोग दिवाली पर जिमीकंद खाते तो हैं लेकिन ये नहीं जानते कि आखिर इस दिन ये सब्जी बनाने के पीछे का क्या कारण है. आप भी अगर इस बात से अनजान हैं तो चलिए आपको इस बात का जवाब देते हैं.

दिवाली पर क्यों खाया जाता है जिमीकंद?

Jimikand On Diwali Wiki

सोचिए दिवाली के दिन खाने की मेज पर तरह तरह की मिठाइयों और व्यंजनों के बीच जिमीकंद की सब्जी पड़ी देखना कितना अटपटा लगता होगा लेकिन दिवाली की रात जिमीकंद की सब्जी बनाने का इस त्योहार से बड़ा कनेक्शन है. दिवाली के दिन जिमीकंद खाने के दो कारण है. पहला तो ये सेहत के लिहाज से अच्छा है और दूसरा मान्यताओं के आधार पर इसे बेहद फायदेमंद माना गया है. मान्यताओं के अनुसार दिवाली पर जिमीकंद खाने से घर में सुख और समृद्धि आती है.

दिवाली पर जिमीकंद खाने की क्या मान्यता है

Jimikand On Diwali Her Zindagi

दरअसल, जिमीकंद जड़ से काटने के बावजूद फिर से उग जाता है. जिसके कारण माना जाता है कि ये आपके घर से सुख और समृद्धि को कभी खत्म नहीं होने देगा. आपके घर पर कितनी भी परेशानी आए, वो तुरंत खत्म होंगी और जैसे जिमीकंद जड़ से काटने के बावजूद फिर उग आता है वैसे ही सुख-समृद्धि फिर आपके घर आ जाएगी.

सेहत के नजरिए से क्या हैं जिमीकंद के फायदे?

Jimikand On Diwali YouTube

दूसरी तरफ ये ये सब्जी सेहत के लिहाज से भी बेहद अच्छी है. जिमीकंद पोषक तत्वों से भरपूर होने के कारण एंटी ऑक्सीडेंट और एंटी इंफ्लेमेटरी तत्वों का बेस्ट सोर्स माना जाता है. वहीं दिवाली के अलावा आम दिनों में भी जिमीकंद की सब्जी का सेवन अक्सर किया जाता है. ऐसे में जिमीकंद की बढ़ती मांग के कारण कई जगहों पर इसकी खेती भी शुरू कर दी गयी है.

वैसे तो इसका स्वाद काफी हद तक अरबी की तरह होता और अगर इसे उबाल कर नींबू डाल कर इसका चोखा बनाया जाए या कम मसाले वाली सब्जी बनाई जाए तो ये सेहत के लिए अच्छा होगा लेकिन अगर इसका स्वाद बढ़ाने के चक्कर में इसमें तेल मसालों की मात्रा बढ़ा दी जाए तो ये पेट और सीने में जलन भी पैदा कर सकती है. जिमीकंद का सेवन सीमित मात्रा में और कम तेल मसाले के साथ ही करना बेहतर रहता है.

माना जाता है कि जिमीकंद का सेवन सेहत के लिए बेहद फायदेमंद होता है. कहते हैं कि जिमीकंद खाने से आंखों की रोशनी तेज होती है. वहीं पोषक तत्वों से भरपूर जिमीकंद शरीर में खून की कमी पूरी करने में भी सहायक होता है. इसके अलावा जिमीकंद खाने से डाइजेस्टिव सिस्टम मजबूत रहता है और पेट में गैस या कब्ज की शिकायत नहीं होती है.