1 सितंबर 2022 के दिन हिमाचल के तीन जिले सोलन, हमीरपुर व ऊना 51 वर्ष के हो गए। पहली सितंबर 1972 को हिमाचल में तीन नए जिलों हमीरपुर, ऊना व सोलन का गठन हुआ था। इसके बाद हिमाचल में 12 जिले हो गए। जहां तत्कालीन महासू जिले के सोलन, अर्की तहसीलों और तत्कालीन शिमला जिले के कंडाघाट और नालागढ़ की तहसीलों को अलग कर सोलन जिला बना था। वहीं कांगड़ा जिले के टुकड़े कर इससे ऊना और हमीरपुर को बनाया गया था। उस समय इसकी घोषणा हिमाचल निर्माता और प्रदेश के तत्कालीन मुख्यमंत्री डॉ. यशवंत सिंह परमार ने ऊना आकर की थी।
हिमाचल में इकोनोमिक हब बनकर भी उभरा सोलन जिला
वहीं सोलन जिला तो इस समय प्रदेश का इकोनोमिक हब बनकर भी उभरा है। इसके अलावा शैक्षणिक संस्थानों के मानचित्र पर भी अपनी अलग पहचान बनाई है। सोलन शहर अब राज्य में तीसरी सबसे बड़े नगर निगम के तौर पर भी पहचाना जाने लगा है। जिला मुख्यालय सोलन की ऊंचाई समुद्र तल से लगभग 1550 मीटर है। जिला बनने से पहले सोलन बरूरी की स्थापना 1855 में हुई थी। इस जिला के बीबीएन क्षेत्र के लोगों ने प्रदेश की सबसे बड़ी ट्रक यूनियन खड़ा कर एशिया की सबसे बड़ी ट्रक यूनियन होने का ख़िताब भी अपने नाम किया है।समुद्र तल से जहाँ ऊना मुख्यालय की ऊंचाई 408 मीटर के आसपास है। हमीरपुर की ऊंचाई 790 मीटर है। जबकि सोलन जिला 1550 मीटर की औसत ऊंचाई पर स्थित है। वर्ष 1971 में जब हिमाचल को पूर्ण राज्य का दर्जा प्राप्त हुआ था तो जिलों की संख्या 8 थी। लेकिन समय के साथ-साथ जनसंख्या के आधार पर इसमें बदलाव हुआ और वर्तमान में अभी जिलों की संख्या 12 हैं।