ज़िला स्तरीय सलाहकार समिति की बैठक आयोजित

उपायुक्त सोलन मनमोहन शर्मा ने कहा कि ज़िला के समस्त बैंकों को कृषि तथा कृषि आधारित क्षेत्र में अधिक से अधिक ऋण उपलब्ध करवाना चाहिए ताकि इस क्षेत्र को आर्थिक रूप से और मज़बूत बनाकर रोज़गार के बेहतर अवसर सृजित किए जा सकें। मनमोहन शर्मा आज यहां ज़िला स्तरीय सलाहकार समिति की 179वीं त्रैमासिक बैठक तथा यूको ग्रामीण स्वरोज़गार प्रशिक्षण संस्थान (आरसेटी) बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे।
मनमोहन शर्मा ने कहा कि बच्चों को बैंकिंग के बारे में जागरूक करना आवश्यक है। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि बच्चों को वित्तीय शिक्षा के बारे में जागरूक करने के लिए विद्यालयों में वित्तीय साक्षरता शिविर का आयोजन करें।
उन्होंने बैठक में प्रधानमंत्री आत्मनिर्भर योजना, प्रधानमंत्री जन धन योजना, प्रधानमंत्री जन सुरक्षा योजना, प्रधानमंत्री मुद्रा योजना व स्टैंड अप इंडिया योजना, डॉ. वाई.एस. परमार ऋण योजना तथा प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के अंतर्गत ज़िला वासियों को अधिक से अधिक ऋण व जीवन बीमा के अंतर्गत कवर करने के निर्देश दिए। उन्होंने घर-घर के.सी.सी. अभियान पर अधिक बल देने के निर्देश भी दिए ताकि लक्ष्य को शत-प्रतिशत प्राप्त किया जा सके।
उन्होंने कहा कि बैंक वार्षिक ऋण योजना के निर्धारित लक्ष्यों को समय पर पूर्ण करना सुनिश्चित बनाएं। समय पर लक्ष्य प्राप्त होने से लोगों की आर्थिक आवश्यकताएं बेहतर तरीके से पूरी की जा सकती हैं। उन्होंने किसानों के अधिक से अधिक क्रेडिट कार्ड बनाने, कृषि औजारों के लिए ऋण प्रदान करने तथा लघु उद्योगों को बढ़ावा देने के निर्देश दिए।
बैठक में वार्षिक ऋण योजना के अंतर्गत सलाहकार समिति द्वारा बैंकों को ऋण प्रदान करने के लिए दिए गए लक्ष्यों की सघन समीक्षा की गई।
उपायुक्त ने कहा कि यूको आरसेटी को कृषि व्यवसाय से सम्बन्धित प्रशिक्षण कार्यक्रम आरम्भ करने की सम्भावनाएं तलाशनी चाहिए। यूको ग्रामीण स्वरोज़गार प्रशिक्षण संस्थान (यूको आरसेटी) को ऐसे प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित करने चाहिएं, जो युवाओं को रोज़गार एवं स्वरोज़गार के बेहतर अवसर प्रदान कर सकें।
भारतीय रिजर्व बैंक के सहायक महाप्रबंधक राहुल जोशी ने बैंकों को समय-समय पर जारी होने वाले दिशा-निर्देशों की जानकारी दी तथा इनकी अनुपालना का आग्रह करते हुए सभी बैंक अधिकारियों से खंड स्तरीय कार्यशाला तथा प्रशिक्षण शिविर में उपस्थित रहने के निर्देश भी दिए।
बैठक में अग्रणी ज़िला प्रबंधक यूको बैंक तमन्ना मोदगिल ने मुख्यातिथि तथा बैठक में आए अधिकारियों का स्वागत किया। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय ग्रामीण स्वरोज़गार मिशन के तहत मार्च, 2025 तक विभिन्न बैंकों में पंजीकृत 771 स्वयं सहायता समूहों को 27.09 करोड़ रुपए का ऋण उपलब्ध करवाया जा चुका है।
बैठक में अवगत करवाया गया कि ज़िला में मार्च, 2025 तक 9390 किसान क्रेडिट कार्ड जारी किए गए हैं। बैठक के दौरान ऑनलाइन बैंकिंग के बारे में भी विस्तार से चर्चा की गई।
यूको आरसेटी की निदेशक मीनू बारियां ने कहा कि यूको बैंक ग्रामीण स्वरोज़गार प्रशिक्षण संस्थान सोलन के माध्यम से मार्च, 2025 तक विभिन्न प्रशिक्षण कार्यक्रमों जिनमें ब्यूटी पार्लर प्रबंधन, फास्ट फूड स्टॉल उद्यमी, मधुमक्खी पालन, डेयरी फार्मिंग और वर्मी कंपोस्ट, सामान्य उद्यमिता विकास कार्यक्रम, महिला टेलर, कृषि उद्यमी, जूट उत्पाद उद्यमी, सॉफ्ट खिलौने निर्माता और विक्रेता, कंप्यूटरीकृत लेखांकन, मशरूम खेती, सूक्ष्म उद्यमियों के लिए उद्यमिता विकास कार्यक्रम, दुकानदार बनने के लिए उद्यमिता विकास कार्यक्रम, हाउस वायरिंग तथा एलएमवी चालक प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित करवाए जाएंगे। उन्होंने कहा कि इच्छुक युवक व युवतियां अपनी रुचि अनुसार विषय चुनकर प्रशिक्षण प्राप्त कर सकते हैं।
इस अवसर पर ज़िला परिषद सोलन के अध्यक्ष रमेश ठाकुर, नाबार्ड के ज़िला विकास प्रबंधक अशोक चौहान, उप निदेशक कृषि डॉ. देव राज कश्यप, विभिन्न विभागों के अधिकारियों सहित विभिन्न बैंकों के प्रबंधक तथा प्रतिनिधि उपस्थित थे।

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