हिमाचल प्रदेश राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण द्वारा 04 अप्रैल 2025 को जनसाधारण को आपदाओं से बचाव के सम्बन्ध में जागरूक करने के लिए आपदा जागरूकता दिवस आयोजित किया जाएगा। यह जानकारी अतिरिक्त उपायुक्त सोलन राहुल जैन ने ज़िला स्तरीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण सोलन द्वारा आयोजित बैठक की अध्यक्षता करते हुए दी।
उन्होंने कहा कि आपदा जागरूकता दिवस के अवसर पर स्कूली बच्चों द्वारा उपायुक्त कार्यालय सोलन से पुराना बस अड्डा तथा वापिस उपायुक्त कार्यालय तक जागरूकता रैली का आयोजन किया जाएगा। इस अवसर पर सभी शिक्षण संस्थानों में मॉक ड्रिल भी आयोजित की जाएगी।
राहुल जैन ने कहा कि वर्ष 1905 में हिमाचल प्रदेश की कांगड़ा घाटी के इतिहास में सबसे विनाशकारी और भयानक भूकंप आया था जिसमें 20,000 से अधिक लोगों की जान गई थी। उन्होंने कहा कि इस तिथि को स्मरण करते हुए प्रदेश को आपदा बचाव के लिए सत्त तैयार रखना आवश्यक है।
उन्होंने कहा कि भविष्य में प्राकृतिक आपदा के दौरान राहत एवं बचाव कार्यों की तैयारियों के दृष्टिगत पूरे प्रदेश के साथ-साथ सोलन ज़िला में भी 04 अप्रैल को ज़िला के सभी स्कूलों में मैगा मॉक ड्रिल का आयोजन किया जाएगा। उन्होंने कहा कि चार चिन्हित विद्यालयों में 04 अप्रैल को राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एन.डी.आर.एफ) द्वारा स्कूली बच्चों को प्रशिक्षण प्रदान किया जाएगा।
बैठक में ज़िला की प्रत्येक ग्राम पंचायत में अप्रैल माह में होने वाली ग्राम सभा की बैठकों के दौरान पंचायत आपदा प्रबन्धन समिति के गठन पर भी चर्चा की गई। यह समितियां प्राकृतिक आपदा के समय प्रारंभिक स्तर पर लोगों को सहायता उपलब्ध करवाने में महत्वपूर्ण होंगी।
उन्होंने समस्त विभागों के अधिकारियों को आपदा के समय उनके अंतर्गत आने वाले कार्यों की पूरी जानकारी रखने के निर्देश दिए ताकि आपदा के समय सभी विभागों के मध्य बेहतर तालमेल हो। उन्होंने जल निकासी मार्गाे से अतिक्रमण हटाने, असुरक्षित स्थानों पर निर्माण रोकने, पहाड़ियों एवं ढलानों की स्थिरता सुनिश्चित करने, भूमि कटाव को रोकने के लिए पौधारोपण तथा वॉल रिटेनिंग जैसी तकनीकों को अपनाकर सुरक्षा प्रणाली के सुदृढ़ीकरण करने पर विशेष बल दिया।
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सोलन राजकुमार चंदेल, उप निदेशक प्रारम्भिक शिक्षा महेन्द्र पिरटा, जिला पंचायत अधिकारी सोलन जोगिंदर राणा, खंड विकास अधिकारी सोलन रमेश शर्मा, स्वास्थ्य विभाग के जिला कार्यक्रम अधिकारी डॉ गगनदीप राजहंस, राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल (एस.डी.आर.एफ) की पुलिस उपाधीक्षक गुलशन नेगी सहित एनडीआरफ के प्रतिनिधि तथा विभिन्न विभागों के अधिकारियों ने बैठक में भाग लिया।
