भानुपल्ली-बैरी रेलवे लाइन प्रोजेक्ट में कार्यरत श्रमिकों का लंबित मांगों को लेकर प्रदर्शन

जिला के पटटा में बुधवार को भानुपल्ली-बैरी रेलवे लाइन प्रोजेक्ट में कार्यरत श्रमिकों ने सीटू की अगुवाई में अपनी लंबित मांगों को लेकर कंपनी प्रबंधन कार्यालय तक शांतिपूर्वक विरोध प्रदर्शन किया। इस अवसर पर सीटू के प्रदेश कार्यसमिति सदस्य एवं पूर्व जिला पार्षद विजय शर्मा ने कहा कि कंपनी प्रबंधन एवं श्रमिक संगठनों के बीच चंडीगढ स्थित केंद्र सरकार के श्रम विभाग में एक समझौता हुआ था। लेकिन कंपनी प्रबंधन इस समझौते को लागू करने में आनाकानी कर रहा है।

बीते 4 अगस्त को हुई बैठक में कंपनी प्रबंधन ने समझौते को लागू करने की बात मानी थी। श्रमिक संगठन से इस समझौते को लागू करने का नोटिस दिया था। परंतु अभी तक समझौते को लागू नहीं किया है। जिसके विरोध में श्रमिकों ने विरोध प्रदर्शन किया। उन्होंने आरोप लगाया कि प्रदेश सरकार की शर्तों के मुताबिक रेलवे सहित अन्य बड़े प्रोजेक्टों में 80 प्रतिशत हिमाचलियों को रोजगार देना अनिवार्य है। लेकिन यहां पर मुख्यतः रेलवे टनल का निर्माण कार्य करने वाली कंपनी द्वारा स्थानीय बेरोजगारों की अपेक्षा जम्मू-कश्मीर के लोगों को रोजगार दिया जा रहा है। जिसकी निंदा की जानी चाहिए। क्योंकि रेलवे प्रोजेक्टस के निर्माण कार्य के कारण स्थानीय लोगों को धूल-मिट्टी सहित अन्य कई प्रकार की समस्याओं से जूझना पड़ रहा है।

विजय शर्मा ने यह भी आरोप लगाया कि कंपनी प्रबंधन द्वारा कुछ लोगों के नाम यहां से अन्य स्थानों पर तब्दील किए है। उन्हें भी काम पर वापिस बुलाया जाए। वहीं श्रमिकों के पीएफ के नाम पर उन्हें ठगा जा रहा है। उन्होंने प्रशासन एवं पुलिस व कंपनी प्रबंधन को चेतावनी देते हुए कहा कि शीघ्र अतिशीघ्र श्रमिकों की मांगों पर गौर नहीं किया तो आंदोलन और तेज होगा।