संवाद सूत्र, त्यूणी। Fire In Apple Orchards: देवदार खत के सीमांत सैंज-तराणू पंचायत से जुड़े आसपास के खेडों में जंगल से फैली आग की चपेट में आने से आठ अन्य ग्रामीणों के सेब बगीचे जल गए। पिछले दो दिन में जंगल की आग से 17 ग्रामीणों के सेब बगीचों को नुकसान पहुंचा है। जिससे ग्रामीणों की सेब बगीचों को तैयार करने में लगी पूरी मेहनत बेकार चली गई।

सीमांत तहसील के सैंज-तराणू पंचायत निवासी कई ग्रामीण किसानों के खेड़ा उदरोट, बसलाड, डांगूठी-सिरलाडी में सेब बगीचे हैं। ग्रामीणों ने बताया बगीचों से सटे पास के जंगल में तीन दिन पहले भीषण आग लगने से चारों तरफ फैल गई।

दो हजार से अधिक सेब के पेड़ जलकर हुए राख

आग की चपेट में आने से खेड़ा बसलाड और डांगूठी-सिरलाडी में स्थानीय कृषक दयाराम राणा, जमाराम शर्मा, प्रताप राणा, मातबर शर्मा, धन सिंह शर्मा, ओम प्रकाश, सतीश शर्मा व निकाराम समेत आठ अन्य ग्रामीणों के सेब बगीचे जल गए। जंगल से भड़की आग की चिंगारी बगीचों तक पहुंचने से प्रभावित बागवानों के दो हजार से अधिक सेब के पेड़-पौधे जलकर राख हो गए।

ग्रामीणों ने कहा बगीचे में लगे दो से सात वर्ष की आयु वाले सेब के पेड़-पौधे आग की भेंट चढ़ने से उनकी पूरी मेहनत बेकार चली गई। इससे बागवानों को लाखों का नुकसान हुआ है। सेब बगीचे तबाह होने से किसानों को हुए भारी नुकसान की भरपाई करना उनके लिए मुश्किल है।

 

टोंस वैली से सटे जंगलों में कई जगह आग लगने से चारों तरफ धुंआ ही धुंआ नजर आ रहा है। हर तरफ धुंध छाने से क्षेत्र में दमे के रोगियों को भी सांस लेने में दिक्कत आ रही है। बता दें बीते शनिवार को खेड़ा उदरोट में जंगल की आग से नौ ग्रामीण किसानों के करीब डेढ़ हजार सेब के पेड़ जल गए थे। आगजनी की घटना से अब तक 17 किसानों के साढे तीन हजार सेब के पेड़-पौधे जल गए।

पीड़ित किसानों ने की नुकसान के लिए उचित मुआवजे की मांग

बगीचे तबाह होने से खेती-बागवानी पर निर्भर पीड़ित किसानों ने सरकार से नुकसान के एवज में उचित मुआवजे की मांग की है। वहीं प्रभारी तहसीलदार त्यूणी ग्यारूदत्त जोशी ने क्षेत्रीय राजस्व उपनिरीक्षक को मौके पर जाकर आग से हुए नुकसान की जांच रिपोर्ट प्रस्तुत करने के निर्देश दिए हैं।