सोशल मीडिया पर शुक्रवार को प्रसारित एक वीडियो ने हमदर्दी के ढोंगी को बेनकाब कर दिया। सिकंदरा हाईवे पर नौ जनवरी की शाम को सड़क पर जब लाशें बिछी थीं, घायल राहगीर तड़प रहे थे। हाहाकार मचा था।

बचाव कार्य में जुटे लोगों में से एक युवक एक मृतक के थैले से बिखरे नोटों को बटोर रहा था। रुपये लेकर थाने जाने की कहकर ये युवक खिसक लिया। वीडियो देख लोग रुपये ले जाने वाले को धिक्कार रहे थे। वीडियो देख मृतक के स्वजन पुलिस के पास पहुंचे और बताया कि थैले में एक लाख से ज्यादा रुपये थे। नौ जनवरी की शाम सवा सात बजे चालक ने नशे में कंटेनर दौड़ाया था।

18 गाड़ियों को रौंदा था

कैलाश मोड़ से दक्षिणांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड कार्यालय तक हाईवे पर 18 वाहनों को रौंद दिया था। इनमें दयालबाग के रहने वाले धर्मेंद्र और नुनिहाई के जाकिर समेत तीन बाइक सवारों की मृत्यु हो गई थी। तीसरे मृतक सिकंदरा में राष्ट्रीय राजमार्ग-19 पर कैलाश मोड़ से दक्षिणांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड (डीवीवीएनएल) के बीच धर्मेंद्र गुप्ता की पहचान 10 जनवरी को हुई थी। वह किशन नगर बल्केश्वर के रहने वाले थे।

सोशल मीडिया पर वायरल हुआ वीडियो

शुक्रवार को इंटरनेट मीडिया में प्रसारित वीडियो में एक शव के पास पड़े थैले से बाहर बिखरे नोट भरता हुआ एक युवक दिखाई दे रहा है। कुछ लोग रुपये किसी दूधिया के होने की बात करते हुए पुलिस को सौंपने की कह रहे हैं। युवक रकम थैले में भरकर वहां से जाता दिखाई दे रहा है।

धर्मेंद्र के छोटे भाई पंकज गुप्ता वीडियो देखने के बाद थाने पहुंचे। पुलिस को बताया कि धर्मेंद्र खोआ व्यापारी थे। वह आसपास जिलों की मंडी में खोआ बेचने जाते थे। नौ जनवरी की शाम को मथुरा से पार्टी से एक लाख से अधिक रुपये लेकर आ रहे थे।

रोजाना की तरह उन्होंने मथुरा से चलते समय थैले के बारे में बता दिया था। रात में घर नहीं पहुंचे। हादसे का पता सुबह चला था। तब भी थैले के बारे में पूछा था लेकिन कोई जानकारी नहीं मिल पाई थी। थैले में भाई के दोनों मोबाइल फोन और पैन कार्ड भी था।

 

पंकज ने बताया कि वीडियो में जो थैला नजर आ रहा है, वो उनके भाई का ही है। प्रभारी निरीक्षक सिकंदरा नीरज कुमार ने बताया कि स्वजन ने कोई शिकायत नहीं दी है। प्रसारित वीडियो से आरोपित की पहचान कराने का प्रयास है।