मंडी से कुल्लू तक नेशनल हाईवे (NH) और निर्माणाधीन फोरलेन को दशहरे से पहले बहाल करने की जो बात कही गई थी वो बात पूरी होती नजर नहीं आ रही है। पंडोह डैम के पास जहां हाईवे बड़ी मात्रा में धंसा है वहीं इसे बहाल करना एनएचएआई (NHAI)के लिए टेड़ी खीर साबित हो रहा है। पांच दिन पहले यहां जमीन पर बड़ी-बड़ी दरारें पड़ गई थी और निर्माणाधीन रोपवे को भी खतरा उत्पन्न हो गया था। इसके बाद डीसी मंडी अरिंदम चौधरी ने मौके पर जाकर एनएचएआई और रोप-वे बनाने वाली कंपनी को इसे बचाने का रास्ता सुझाने के निर्देश दिए थे।
अब एनएचएआई के निर्देशों पर सड़क मरम्मत के कार्य में कुछ बदलाव किया गया है। वहीं, यहां पर सड़क बहाली के लिए पिछले पांच दिनों से चले काम को भी वीरवार से फिर से शुरू कर दिया गया है। इन्हीं सब वजहों से इस कार्य में देरी हो रही है और एनएचएआई ने जो लक्ष्य तय किया है वो पूरा होता हुआ नजर नहीं आ रहा है।
दशहरे से पहले हाईवे को बहाल करने की पूरी कोशिश
नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया के प्रोजेक्ट डायरेक्टर वरूण चारी ने बताया कि पंडोह डैम के पास पांच दिनों बाद हाईवे की मरम्मत का कार्य शुरू कर दिया गया है। यहां जमीन पर पड़ रही दरारों को देखने के लिए रोप-वे कंपनी और एनआईटी की एक टीम आई थी। सभी के आपसी विमर्श के बाद डिजाइन में बदलाव किया गया है। जिससे काम बार-बार बाधित हो रहा है। ऐसे में कार्य को देखकर लग रहा है कि दशहरे से पहले हाईवे को पूरी तरह से बहाल करने में दिक्कत पेश आ सकती है। लेकिन हम पूरी तरह से दिन-रात इस कार्य में जुटे हुए हैं।