धर्मपुर निवासी एक व्यक्ति के साथ साइबर ठगी का बड़ा मामला सामने आया है, जिसमें जालसाजों ने खुद को टेलीकॉम और मुंबई पुलिस अधिकारी बताकर 8.5 लाख रुपये ठग लिए। पीड़ित को 11 नवंबर 2024 को टेलीकॉम ऑफिस से कॉल आने का दावा किया गया, जिसमें बताया गया कि उसके आधार कार्ड से एक मोबाइल नंबर खरीदा गया है जिस पर FIR दर्ज है। कॉलर ने दावा किया कि वह कॉल मुंबई पुलिस को ट्रांसफर कर रहा है।
इसके बाद वीडियो कॉल पर एक व्यक्ति ने खुद को पुलिस अधिकारी बताया और फर्जी ID और FIR दिखाते हुए पीड़ित को डराया। उसने कमरे की जांच, बेटे को बुलाने और बैंक अकाउंट की जांच के बहाने वीडियो कॉल पर गतिविधियाँ करवाईं। फिर एक लिंक भेजकर फर्जी RBI दस्तावेज दिखाए और कहा कि उनके बैंक अकाउंट से मनी लॉन्डिंग हो रही है।
डर के कारण पीड़ित ने पहले गूगल पे से ₹50,000 और फिर NEFT के ज़रिए ₹8 लाख अलग-अलग खातों में ट्रांसफर कर दिए। इसके बाद जालसाज़ों ने कॉल बंद कर दी और पीड़ित को ठगे जाने का एहसास हुआ।
धर्मपुर पुलिस ने जांच के दौरान बैंक डिटेल, मोबाइल डेटा और अन्य साइबर साक्ष्य एकत्र किए। 25 अप्रैल 2025 को पुलिस ने मध्यप्रदेश के इंदौर से तीन आरोपियों – महेश पाटीदार, रोहित कररे उर्फ रोहन और श्याम कुमार को गिरफ्तार किया। आरोपियों को ट्रांजिट रिमांड पर सोलन लाकर अदालत में पेश किया गया, जहां से चार दिन की पुलिस हिरासत मंजूर हुई। दो आरोपियों पर पहले से आपराधिक मामले दर्ज हैं। जांच जारी है।