हिमालीय व्यंजनों (Himalayan Recipes) के वैश्विक मानचित्र पर शेफ संजय ठाकुर (Chef Sanjay Thakur) परिचय का मोहताज नहीं है। तकरीबन पांच साल पहले ‘‘संजय’’ ने माउंट एवरेस्ट पर विश्व के सबसे ऊंचा पॉपअप रेस्तरां (Pop-Up Restaurant) खोलकर गिनीज बुक ऑफ रिकॉर्ड’ (guinness book of records) बनाया था।
मूलतः शिमला के कुफरी के रहने वाले शेफ संजय ठाकुर ने एक बार फिर पहाड़ी प्रदेश (Hill State) को अंतरराष्ट्रीय मंच पर गौरवान्वित किया है। हाल ही में संयुक्त अरब अमिरात (UAE) में संयुक्त राष्ट्र जलवायु परिवर्तन फ्रेमवर्क सम्मेलन (COP-28) में प्रथम शेफ वक्ता बने। यंग शेफ एसोसिएशन ऑफ इंडिया के उपाध्यक्ष भी हैं।
2013 में शेफ संजय ठाकुर ने सतत भोजन (Sustainable Dinning) को बढ़ावा देने की परियोजना शुरू की थी। हिमालयी मिट्टी (Himalyan Soil) लगातार जलवायु आधारित मुद्दों पर खासा सकारात्मक प्रभाव लाती है। इसी सोच को संजय आगे बढ़ा रहे हैं। हालांकि, यह साफ़ नहीं है कि संजय से पहले किसी हिमाचली ने कॉप में बतौर एक्सपर्ट (Expert) वक्ता हिस्सा लिया है या नहीं, लेकिन कॉप 28 में संजय एकमात्र हिमाचली थे।
खास बात ये है कि इसी सिलसिले में शेफ संजय ठाकुर 2013 से ही एक ही विषय पर अतिथि व्याख्याता ( guest lecturer) के रूप में वैश्विक स्तर पर 20 से अधिक विश्वविद्यालयों (global universities) से जुड़े हुए हैं। विश्व का सबसे ऊंचा पॉपअप रेस्तरां त्रियाग्योनी 2018 (Trigyoni 2018) भी परियोजना का हिस्सा रहा है। हाल ही में रोम में खाद्य एवं कृषि संगठन (Food and Agriculture Organization) द्वारा शुरू किए गए विश्व खाद्य मंच का भी शेफ बतौर ज्यूरी (Jury) भी हिस्सा बने थे।
फ़ोन पर एमबीएम न्यूज नेटवर्क (MBM NEWS) से बातचीत में शेफ संजय ठाकुर ने कहा कि जलवायु आधारित मुद्दे वैश्विक स्तर पर चिंता का सबब है। सतत भोजन को लेकर कृषि एक्सपर्ट या फिर जलवायु से जुड़े वक्ताओं को तो बुलाया जाता है, लेकिन शेफ इसका हिस्सा नहीं बनते थे। लेकिन अब इस बात पर भी ध्यान केंद्रित हुआ है कि असल भोजन बनाने वाले भी हिस्सा होना चाहिए। उन्होंने कहा कि इस बात की बेहद खुशी है कि कॉप-28 में वक्ता के रूप में हिस्सा लिया।
उन्होंने बताया कि पदमश्री नेक राम शर्मा (Padam Shree Nek Ram Sharma) से जुड़ी एक डॉक्यूमेंट्री भी पेश की। इसे देखकर हर कोई बेहद प्रभावित हुआ। उन्होंने कहा कि काफी पहले प्रगतिशील किसान के तौर पर नेकराम शर्मा के कार्यों का फिल्मांकन किया था।
शेफ संजय ठाकुर ने कहा कि वो हिमाचल टूरिज्म से जुड़कर कुछ करना चाहते हैं। इसके लिए वो स्वदेश लौटने को भी तैयार हैं। उनका कहना था कि पैतृक राज्य में हिमाचल से जुड़े व्यंजनों के फ़ूड फेस्टिवल की आपार संभावना है।