Bharat Jodo Nyay Yatra: आज मणिपुर में शुरू होगी कांग्रेस की ‘भारत जोड़ो न्याय यात्रा’, राहुल गांधी के साथ रहेंगे खरगे समेत अन्य बड़े नेता
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी के नेतृत्व में आज को मणिपुर से भारत जोड़ो न्याय यात्रा की शुरुआत होने जा रही है। यात्रा को रविवार को थौबल जिले के खोंगजोम इलाके में एक निजी मैदान से हरी झंडी दिखाई जाएगी और यहां पर कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और पार्टी के शीर्ष नेता इस कार्यक्रम में भाग लेंगे। हालांकि इस कार्यक्रम को लेकर कुछ प्रतिबंध भी लगाए गए हैं।
पीटीआई, इंफाल। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी के नेतृत्व में आज (रविवार) को मणिपुर से ‘भारत जोड़ो न्याय यात्रा’ की शुरुआत होने जा रही है। यात्रा को रविवार को थौबल जिले के खोंगजोम इलाके में एक निजी मैदान से हरी झंडी दिखाई जाएगी और यहां पर कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और पार्टी के शीर्ष नेता इस कार्यक्रम में भाग लेंगे। हालांकि, इस कार्यक्रम को लेकर कुछ प्रतिबंध भी लगाए गए हैं, जैसे कार्यक्रम एक घंटे से अधिक नहीं होना चाहिए और प्रतिभागियों की संख्या अधिकतम 3000 होनी चाहिए।
लोगों की संख्या अधिकतम 3000 होनी चाहिए
अनुमति 11 जनवरी को थौबल के डिप्टी कमिश्नर के कार्यालय द्वारा जारी की गई थी और यात्रा से एक दिन पहले शनिवार को पार्टी द्वारा मीडिया के साथ साझा की गई थी। अनुमति में कहा गया है कि कार्यक्रम एक घंटे से अधिक का नहीं होना चाहिए क्योंकि कार्यक्रम स्थल राष्ट्रीय राजमार्ग के ठीक बगल में है और यातायात को वैकल्पिक मार्गों पर मोड़ना होगा। इसमें कहा गया है कि प्रतिभागियों की संख्या अधिकतम 3000 होनी चाहिए।
देशविरोध नारे लगाने पर प्रतिबंध
आदेश में कहा गया है कि रैली और यात्रा के दौरान कोई राष्ट्रविरोधी या सांप्रदायिक या कोई प्रतिकूल नारा नहीं लगना चाहिए और आयोजकों को राज्य अधिकारियों के साथ पूरा सहयोग करना चाहिए। यदि ऐसी कोई स्थिति उत्पन्न हुई तो यात्रा की अनुमति रद्द कर दी जाएगी क्षेत्र में शांति, सार्वजनिक व्यवस्था और शांति बनाए रखने के लिए ऐसे कार्यक्रम को खत्म करना आवश्यक होगा।
मुंबई पहुंचकर समाप्त होगी यात्रा
सनद रहे कि भारत जोड़ो न्याय यात्रा की शुरुआत 14 जनवरी को मणिपुर के थोबल से होगी, जो मार्च के तीसरे हफ्ते में मुंबई पहुंचकर समाप्त होगी। लोकसभा चुनाव के मद्देनजर कांग्रेस इस यात्रा के जरिए बेरोजगारी, महंगाई और सामाजिक न्याय जैसे मुद्दे को उठाएगी। हालांकि, कांग्रेस ने इस यात्रा को चुनावी यात्रा नहीं, बल्कि राजनीतिक पार्टी की वैचारिक यात्रा बताया।