गर्मियों में लोग अक्सर ठंडक पाने के लिए कोल्ड ड्रिंक पीते हैं, लेकिन यही ठंडक कुछ समय बाद दांतों के लिए बड़ा खतरा बन सकती है। यह कहना है सोलन के क्षेत्रीय अस्पताल में तैनात डॉक्टर रजत का। उन्होंने बताया कि इन दिनों उनके पास ऐसे बहुत से मरीज आ रहे हैं, जिनके दांतों में ठंडा-गर्म लगने की शिकायत है। जांच करने पर पता चला कि इनमें से ज़्यादातर लोग रोज़ाना कोल्ड ड्रिंक पीते हैं। डॉक्टर रजत ने कहा कि कोल्ड ड्रिंक की जगह नींबू पानी, छाछ या सादा पानी पीना ज्यादा अच्छा है। उन्होंने लोगों से अपील की कि अपने दांतों की सही देखभाल करें, दिन में दो बार ब्रश करें और अगर कोई भी दिक्कत हो तो तुरंत डॉक्टर से मिलें। डॉक्टर रजत के मुताबिक, कोल्ड ड्रिंक में तेज़ एसिड होता है, जो दांतों की ऊपर की परत को नुकसान पहुंचाता है। जब यह परत घिस जाती है, तो दांतों में ठंडा या गर्म कुछ भी खाने-पीने से दर्द या झनझनाहट होने लगती है। इसके अलावा, कोल्ड ड्रिंक मसूड़ों को भी नुकसान पहुंचाता है जिससे उनमें सूजन आ सकती है या खून आ सकता है।अगर समय रहते इलाज न कराया जाए तो यह परेशानी पायरिया बन सकती है। पायरिया एक ऐसी बीमारी है जिसमें मसूड़े और दांतों की जड़ें धीरे-धीरे खराब हो जाती हैं और दांत गिरने तक की नौबत आ जाती है।बाइट डॉक्टर रजत