मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने हमीरपुर में देर सायं बैठक के दौरान जिला की विभिन्न निर्माणाधीन परियोजनाओं की समीक्षा की। शिमला मटौर सड़क के फोरलेन निर्माण की समीक्षा करते हुए उन्होंने कहा कि इस परियोजना में 12 सुरंगें तथा 22 मुख्य पुलों का निर्माण शामिल है।
इस परियोजना पर 9900 करोड़ रुपये की अनुमानित लागत आएगी। उन्होंने कहा कि इस सड़क के बनने से जहां यात्रा अवधि कम होगी। वहीं यह प्रदेश के सात जिलों के लिए महत्वपूर्ण परिवहन सम्पर्क के रूप में भी सहायक सिद्ध होगी। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि जिला में 100 से अधिक आबादी वाले सभी गांवों को 31 मार्च, 2024 तक सड़क सुविधा से जोड़ा जाए। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना चरण-2 के तहत लगभग 180 करोड़ रुपये की लागत की 21 सड़कों के निर्माण की स्वीकृति प्राप्त हुई हैं।
ग्रामीण अधोसंरचना विकास निधि (आरआईडीएफ) के तहत 426 करोड़ रुपये की लागत से 162 सड़कें निर्मित की गई हैं, जबकि 23 सड़कें निर्माणाधीन हैं। 21 सड़कों की विस्तृत परियोजना रिपोर्ट प्रेषित की गई है। केन्द्रीय सड़क एवं अधोसंरचना निधि के तहत 73 करोड़ रुपये की 7 परियोजनाएं स्वीकृत हुई हैं, जिनमें से छह पूर्ण हो गई हैं जबकि एक का कार्य प्रगति पर है। उन्होंने कहा कि लोगों को बेहतर सुविधा प्रदान करने के लिए इन सड़कों की गुणवत्ता सुनिश्चित की जानी चाहिए। सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि जिला में 40 भवनों के निर्माण कार्य पर 144 करोड़ रुपये व्यय किए जा रहे हैं।
इस वित्त वर्ष में इनमें से 15 भवनों के कार्यों को पूर्ण करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। उन्होंने जिला में पुलिस स्टेशनों में कार्यरत सभी कर्मचारियों के लिए स्टाफ क्वाटर निर्मित करने की प्रक्रिया आरम्भ करने की आवश्यकता पर बल दिया, जिसमें चौथी भारतीय रिजर्व बटालियन (आईआरबी) जंगलबैरी भी शामिल है।
इसके अतिरिक्त उन्होंने हमीरपुर, भोटा, सुजानपुर, भोरंज, बड़सर तथा नादौन में लोगों की सुविधा के लिए बस स्टेंड के निर्माण के लिए परामर्शदाता को नियुक्त करने के निर्देश भी दिए। मुख्यमंत्री ने हमीरपुर शहर में ओवरहेड तारों को भूमिगत करने तथा लोक निर्माण विभाग, जलशक्ति विभाग तथा भारतीय संचार निगम लिमिटेड के लिए डक्ट सृजित करने के निर्देश दिए। इस परियोजना का प्रयोग हमीरपुर बस स्टैंड से भोटा चौक तक आरम्भ किया जाएगा। उन्होंने हमीरपुर बस स्टैंड तथा कार्यशाला में विद्युत वाहन चार्जर स्थापित करने और नादौन में बनने वाले ई-बस डिपो के लिए विद्युत आपूर्ति सुनिश्चित करने की कार्य योजना पर चर्चा की।
ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने हमीरपुर चिकित्सा महाविद्यालय में पर्याप्त विद्युत तथा जलापूर्ति की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने जलशक्ति विभाग को जिले में 31 पेयजल परियोजनाओं में अल्ट्रा वायलेट किरणों का उपयोग कर जल शुद्धिकरण व्यवस्था स्थापित करने के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने पुलिस विभाग को नशीले पदार्थों की तस्करी से निपटने के लिए गंभीर प्रयास करने तथा इस लत के चंगुल से युवा पीढ़ी को सुरक्षित करने के लिए जागरूकता कार्यक्रम चलाने के निर्देश दिए।
इससे पूर्व, मुख्यमंत्री ने उपायुक्त कार्यालय में ई-ऑफिस प्रणाली का शुभारम्भ करते हुए कहा कि इससे फाईल कार्य प्रणाली सुव्यवस्थित होगी तथा कार्यकुशलता बढ़ेगी। विधायक इन्द्र दत्त लखनपाल, आशीष शर्मा तथा सुरेश कुमार, कांगड़ा सहकारी बैंक के अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानिया, कांग्रेस नेता डॉ. पुष्पिंदर वर्मा, उपायुक्त हेमराज बैरवा, पुलिस अधीक्षक आकृति शर्मा तथा अन्य अधिकारी भी इस अवसर पर उपस्थित थे।