दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और शिक्षा मंत्री आतिशी ने बुधवार को दिल्ली स्पोर्ट्स स्कूल में इंदौर स्विमिंग पूल का उद्घाटन किया. इस दौरान सीएम ने खिलाड़ियों का हौसला बढ़ाया. कहा कि वह उनकी हर जरूरत को पूरा करेंगे, लेकिन खिलाड़ियों का लक्ष्य ओलंपिक में देश के लिए मेडल लाना होना चाहिए. इस दौरान केजरीवाल ने आने वाले दिनों में खेल को लेकर और भी सुविधाएं बढ़ाने को कहा है. इससे दिल्ली के खिलाड़ी पूरे विश्व में भारत का नाम रोशन कर सकें.
केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली स्पोर्ट यूनिवर्सिटी को कुछ साल पहले हमने सिर्फ सोचा था. 140 करोड़ लोगों का हमारा देश है. हमारे देश में टैलेंट की कमी नहीं है. देश के खिलाड़ियों में जो टैलेंट है उसको सपोर्ट किया जाए तो वह बेहतर प्रदर्शन कर सकते हैं. लेकिन ओलंपिक में ज्यादातर मेडल बाहर के देश के खिलाड़ी ले जाते हैं. इसलिए ओलंपिक में मेडल लाने के लिए दिल्ली स्पोर्ट यूनिवर्सिटी मुंडका में बनाने की योजना बनाई. उसके तहत दिल्ली स्पोर्ट्स स्कूल चल रहा है और अभी 10 ओलंपिक खेलों की ट्रेनिंग भी दी जा रही है.
वर्ष 2032 के ओलंपिक में हम जरूर मेडल ले आएंगे. इसी उद्देश्य से आम आदमी पार्टी की सरकार काम कर रही है. यहां पर खिलाड़ियों को बेस्ट न्यूट्रिशन, बेस्ट कोच मिल रहे हैं. यहां पर सारी फैसिलिटी फ्री में दी जा रही है. ऐसे में सभी खिलाड़ियों को कड़ी मेहनत करनी चाहिए और ओलंपिक के मेडल जीतने का लक्ष्य रखना चाहिए. मुख्यमंत्री केजरीवाल ने कहा कि 10,000 से अधिक आवेदन आए थे, जिसमें से 172 बच्चों को चयनित किया गया. इसके लिए कई स्तर पर टेस्ट लिया गया था.
सीएम केजरीवाल ने एक बच्ची के सवाल पर कहा कि हमारे देश में टैलेंट की कमी नहीं है. ट्रैफिक रेड लाइट पर पैसे मांगने वाले बच्चों में भी टैलेंट होता है लेकिन उनको मौका नहीं मिल पाता है. एक ट्रेंड हो चुका है कि 12वीं के बाद ग्रेजुएशन की पढ़ाई करना लेकिन खेलने में यदि किसी की रुचि है तो खेल के अंदर भी ग्रेजुएशन की सुविधा होनी चाहिए. हम शिक्षा और स्पोर्ट को एक समान लाना चाहते थे. इस दौरान देश के विभिन्न राज्यों से दिल्ली स्पोर्ट्स यूनिवर्सिटी में पहुंचे खिलाड़ियों ने अपना अनुभव भी साझा किया. वहीं, दिल्ली के शिक्षा मंत्री आतिशी ने कहा कि स्पोर्ट्स यूनिवर्सिटी की टीम को शुभकामनाएं दी.