ब्यास नदी किनारे नगर परिषद देहरा बना रही डंपिंग साइट, लोगों ने जताया एतराज, एसडीएम को सौंपा ज्ञापन…
ब्यास नदी किनारे है खरयाल परिवार की कुलदेवी…
बीबीएमबी ने भी नगर परिषद देहरा को भेजा है नोटिस…
नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल के नियमों को रखा गया है ताक पर…
नगर परिषद देहरा की चालाकी: गौशाला के नाम की एनओसी, बनाने लगे कूड़ा संयंत्र केंद्र, अब एसडीएम के पास पहुंचे लोग…
नगर परिषद देहरा की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। कूड़ा संयंत्र केंद्र बनाने को जगह ही नहीं मिल रही है। जहां जगह मिल रही है कोई न कोई विवाद निकल रहा है। अब जिस जगह ब्यास नदी के किनारे नगर परिषद देहरा कूड़ा संयंत्र स्थापित करने जा रहा है। उसकी शिकायत लेकर देहरा के वॉर्ड नंबर 1 और वॉर्ड नंबर 7 के लोग एसडीएम देहरा के पास पहुंचे हैं। दरअसल ब्यास नदी किनारे वॉर्ड नंबर 7 में जिस जगह कूड़ा संयंत्र केंद्र स्थापित किया जा रहा है वहां दो परिवारों की कुलदेवी के मंदिर हैं। एक तरफ खरियाल परिवार की कुलदेवी का मंदिर तो दूसरी तरफ चौहान परिवार की कुलदेवी का मंदिर है। खबर यह भी है कि जिस जगह कूड़ा संयंत्र केंद्र बनाया जा रहा है उसे कागजों में कॉउ शेड व सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट यूनिट दिखाया गया है। यहां नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल के नियमों की भी अनदेखी की जा रही है। वहीं एसडीएम देहरा शिल्पी बेक्टा की ग्रामीणों ने ज्ञापन भी सौंपा है। एडवोकेट व पूर्व पार्षद अमीत राणा ने कहा कि ब्यास नदी के किनारे बनाए जा रहे कूड़ा संयंत्र केंद्र के कार्य को रोकने व अन्य जगह शिफ्ट करने के लिए एसडीएम देहरा को ज्ञापन सोपा गया है। यहां लोगों की कुलदेवी माता का मंदिर भी है। जहां हर साल वार्षिक भंडारे का आयोजन भी किया जाता है। उधर बीबीएमबी ने भी नगर परिषद देहरा को इस कार्य को रोकने के लिए नोटिस भेजा था। वहीं स्थानीय निवासी इसके खिलाफ न्यायालय के शरण में गए थे और न्यायालय ने इस कार्य पर स्टे लगाई थी। लेकिन अब सब लोगों की मांग है कि इस संयंत्र को किसी अन्य जगह शिफ्ट किया जाए जहां इस यंत्र से लोगों को परेशानी ना हो। अमित राणा ने कहा कि नगर परिषद देहरा ने स्थानीय लोगों की सलाह नहीं ली थी। अगर पहले लोगों के साथ सलाह मशवरा किया होता तो ऐसी नौबत ना आती। एसडीएम देहरा शिल्पी बेटा ने कहा कि आज देहरा के स्थानीय लोगों ने उन्हें एक ज्ञापन सौंपा है। कूड़ा संयंत्र केंद्र स्थापित से लोगों को समस्या ना हो और इस संयंत्र केंद्र को किसी ओर जगह स्थापित किया जाए। इसके लिए नगर परिषद देहरा अन्य कहीं सरकारी भूमि देखे। बीबीएमबी ने नगर परिषद को जारी पत्र में यह भी कहा है कि जिस भूमि पर यह कूड़ा संयंत्र लगा रहे है उसके साथ बीबीएमबी विभाग की भूमि भी लगती है। बरसात के दिनों में यह सारा कूड़ा कचरा बरसात के पानी के साथ बहकर झील के पानी में चला जाएगा। इससे झील का पानी प्रदूषित होगा। जिससे जलीय जीव जंतुओं को नुकसान होने की संभावना बनी रहेगी। कार्यकारी अभियंता द्वारा जारी पत्र में नगर परिषद समय रहते उक्त भूमि से कूड़ा संयंत्र को नहीं हटाता है तो उनके खिलाफ एनजीटी में केस दायर किया जा सकता है। क्या बोले कार्यकारी अधिकारी हमे बीबीएमबी का पत्र मिला है। जल्दी इसका जवाब दे दिया है। हमने जगह की निशानदेही के बाद ही संयंत्र का निर्माण शुरू करवाया था। भूलवश थोड़ा आगे की जमीन पर एंगल लग गए हो तो इन्हें हटा दिया जाएगा। बीबीएमबी भी वहां निशानदेही ले ले और वहां अपनी बाढ़ लगा दे। अभी वहां काम बन्द है। और लोगों से बात करके हल निकाला जाएगा। ये कूड़ा सयत्र जनता की सुविधा के लिए बनाया जा रहा है। अक्षित गुप्ता, कार्यकारी अधिकारी, नगर परिषद देहरा