किसी भी गुरु के लिए ये सबसे ज्यादा गर्व की बात होती है कि उसका शिष्य अच्छा परिणाम लाए. लेकिन अगर गुरु और शिष्य एक ही परीक्षा दे रहे हों और परिणाम आने पर पता चले कि शिष्य गुरु से एक रैंक ऊपर है तो गुरु कैसा महसूस करेगा? इस सवाल का जवाब बेंगलुरु के ये गुरु शिष्य ही दे सकते हैं. जिहोंने एक ही परीक्षा में दूसरी और तीसरी रैंक हासिल की है.
गुरु शिष्य ने एक साथ दी CLAT 2024 की परीक्षा
लॉ कॉलेज में दाखिले के लिए दी जाने वाली प्रवेश परीक्षा CLAT 2024 का रिजल्ट आ गया है. इस एग्जाम में शामिल हुए एक गुरु और शिष्य की जोड़ी ने ऑल इंडिया रैंक के टॉप -5 में जगह तो बना ली , लेकिन स्टूडेंट को दूसरी रैंक और शिक्षक को तीसरी रैंक मिली है. आप वेबसाइट consortiumofnlus.ac.in पर रिजल्ट चेक कर सकते हैं.
शिष्य को मिली दूसरी और गुरु को तीसरी रैंक
टाइम्स ऑफ इंडिया के अनुसार, माल्या अदिती इंटरनेशनल स्कूल 12वीं क्लास के स्टूडेंट प्रत्योत शाह ने क्लैट में दूसरी रैंक हासिल की है. वहीं, उनके टीचर करियर लॉन्चर, इंदिरानगर के राहुल पल्लाकुर्ती ने तीसरी रैंक हासलि की है. दोनों के एक जैसे स्कोर के बाद लीगल सेक्शन में अच्छी पर्फोर्मेंस की कारण एक को दूसरी और एक को तीसरी रैंक मिली.
राजस्थान का छात्र रहा टॉपर
लॉ यूनिवर्सिटी कंसोर्टियम के अनुसार क्लैट में राजस्थान के एक स्टूडेंट को 100 पर्सेंटाइल मिलें हैं, वहीं छह स्टूडेंट्स को 99.9 पर्सेंटाइट मिले हैं. साइंस के स्टूडेंट प्रत्योत शाह का कहना है कि उनके लिए स्कोर किसी सपने के सच होने जैसा है. अब उन्हें एनएलएसआईयू और एनएलयू दिल्ली दोनों में से किसी एक को चुनना है. वहीं उनके कोच राहुल करियर लॉन्चर के पार्टनर हैं और तीसरी बार उन्होंने अपने टीचिंग स्किल्स को परफेक्ट करने के लिए क्लैट परीक्षा दी थी. उन्होंने बताया कि इस बार इंग्लिश सेक्शन काफी अच्छा रहा था.
बता दें कि 3 दिसंबर को परीक्षा का आयोजन किया गया था. कंसोर्टियम द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार, रिकॉर्ड 97.03 प्रतिशत रजिस्टर्ड उम्मीदवार क्लैट यूजी में उपस्थित हुए, जबकि 93.92 प्रतिशत रजिस्टर्ड उम्मीदवारों ने पीजी परीक्षा दी. कंसोर्टियम ऑफ नेशनल लॉ यूनिवर्सिटीज यानी एनएलयूएस ने संयुक्त विधि प्रवेश परीक्षा (क्लैट) के लिए चार साल में चार बार परीक्षा शैली में बदलाव किया है.