हिमाचल सरकार की नई जॉब ट्रेनी पॉलिसी के खिलाफ छात्रों का गुस्सा सोलन के मॉल रोड स्थित लायब्रेरी के बाहर फूट पड़ा। एसएफआई और डीवाईएफआई संगठनों ने लाइब्रेरी में पढ़ने वाले छात्रों के साथ मिलकर जोरदार विरोध प्रदर्शन किया। छात्रों ने सरकार पर तीखा हमला बोलते हुए इसे युवाओं के भविष्य के साथ खुला धोखा बताया। छात्र नेताओं ने स्पष्ट चेतावनी दी कि अगर सरकार ने इस नीति को वापस नहीं लिया, तो यह विरोध एक बड़े जनआंदोलन का रूप लेगा, जिसकी जिम्मेदारी पूरी तरह प्रदेश सरकार की होगी।एसएफआई कॉलेज इकाई के अध्यक्ष साहिल जिंटा और प्रदेश उपाध्यक्ष नावेद आलम ने सरकार की इस नीति को शोषणकारी और युवा विरोधी करार देते हुए कहा कि सरकार युवाओं की मेहनत का मजाक बना रही है। उन्होंने कहा कि जॉब ट्रेनी पॉलिसी नामक यह चालाकी सिर्फ खर्च बचाने का जरिया है, जो दो साल तक ट्रेनी के नाम पर युवाओं से काम लेगी, उन्हें सरकारी कर्मचारी का दर्जा या कोई लाभ नहीं दिया जाएगा । उन्होंने आरोप लगाया कि यह नीति दरअसल स्थायी नौकरियों को खत्म कर युवाओं को अनिश्चितता में धकेलने की साजिश है। उन्होंने यह भी कहा कि राज्य में पहले से ही 8388 शिक्षकों की कमी है और गेस्ट पॉलिसी जैसी अस्थायी व्यवस्थाएं शिक्षा की जड़ों को खोखला कर रही हैं।बाइट अध्यक्ष साहिल जिंटा और प्रदेश उपाध्यक्ष नावेद आलम