प्रदेश में व्यवस्था परिवर्तन हठ, अहंकार वह अज्ञानता का दर्पण है

Changing the system in the state is a mirror of stubbornness, arrogance and ignorance.

वोकेशनल टीचर्स अपनी मांगों को लेकर  सरकार के दरबार में लगातार हाजरी भर रहे है लेकिन उनकी कोई सुनवाई नहीं हो रही है।  उनका सरकार से संवाद सम्भव  नहीं हो पा रहा है। यह तंज भाजपा प्रदेश प्रवक्ता विवेक शर्मा ने कसा।  उन्होंने कहा कि सरकार व्यवस्था परिवर्तन का अलाप लाप रही है लेकिन प्रथम दृष्टिगत व्यवस्था परिवर्तन हठ, अहंकार वह अज्ञानता का दर्पण दिखता है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में पढ़लिखे युवा रोज़गार की तलाश में है।  लेकिन जिन्हें रोज़गार मिलना चाहिए उन्हें भी रोज़गार नहीं मिल रहा है।
विवेक शर्मा ने बताया कि  वोकेशनल टीचर्स अपनी मांगों को लेकर संवाद चाहते हैं यथासंभव जो हो सकता है या जो नहीं हो सकता दोनों परिस्थितियों में सरकार को संवाद के लिए आगे आना चाहिए यही लोकतंत्र है। रोहित ठाकुर शिक्षा मंत्री उनसे पल्ला झाड़ते हुए दिखाए दे रहे है।  वहीँ मुकेश अग्निहोत्री ने आउटसोर्स व कॉन्ट्रैक्ट कर्मचारियों के लिए बड़ी बड़ी बातें कहीं लेकिन जब सत्ता में आए तो वह भी उन्हें भूल गए।  प्रदेश में आए दिन हो रहे आंदोलनों मे चाहे विद्यार्थी अपना रिजल्ट लेने आ रहे हो या रिजल्ट के पश्चात रोजगार लेने आ रहे हो या नियुक्ति पत्र सभी के साथ अमानवीय व्यवहार क्यों किया जा रहा है।