सिविल अस्पताल (civil hospital) में 108 नेशनल एंबुलेंस (National Ambulance 108) सेवा उपलब्ध करवाने व रिक्त पड़े पदों को भरने बारे हिमाचल प्रदेश किसान सभा ने सरकार से मांग की है। किसान सभा के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. कुलदीप तंवर ने शुक्रवार को जारी बयान में बताया कि तहसील मुख्यालय जुन्गा 12 पंचायतों का केंद्र हैं, परंतु जुन्गा (Junga) क्षेत्र के किसी भी सीएच व पीएचसी (PHC) में 108 एंबुलेंस सेवा नहीं है। यही नहीं, सिविल अस्पताल में राष्ट्रीय कार्यक्रमों को प्रभावी ढंग से कार्यान्वित करने के लिए वर्तमान में कोई वाहन नहीं है।
कर्मचारियों को बसों में बैठकर फील्ड में जाना पड़ता है। अस्पताल के पुराने वाहन की 15 वर्ष अवधि पूर्ण होने पर उसे बीएमओ (BMO) कार्यालय मशोबरा में खड़ा कर दिया गया है। डाॅ. तंवर ने बताया कि सीएच जुन्गा में स्टाॅफ नर्स (staff nurse) के 8 पद में से छः पद रिक्त चल रहे हैं, जिस कारण केवल दो स्टाॅफ नर्स को अस्पताल में 24 घंटे ड्यूटी देने में परेशानी पेश आ रही है। अस्पताल में कुक का पद बीते कई वर्षों से रिक्त चल रहा है, जिस कारण मरीजों के लिए तीमारदारों को खाना बाहर से अपने पैसों से लाना पड़ता है।
उन्होंने बताया कि सिविल अस्पताल जुन्गा को सुदृढ़ करने की बहुत आवश्यकता है। इस अस्पताल में यदि सर्जन, हड्डी रोग और विशेषकर स्त्री रोग विशेषज्ञ की नियुक्ति की जाती है तो आईजीएमसी (IGMC) और रिपन अस्पताल में रोगियों का दबाव कम हो सकता है। इनका यह भी कहना है कि विभिन्न रोगों की जांच के लिए विभाग द्वारा निजी कंपनी को अनुबंधित किया गया है, जिसकी रिपोर्ट तीसरे दिन आती है। जिस कारण मरीजों की रिपोर्ट आने के बाद इलाज आरंभ होता है।
उन्होंने बताया कि बीते दो तीन वर्षों से अस्पताल के भीतर दीवारों से पानी का रिसाव हो रहा है, जिससे भवन को नुकसान पहुंच रहा है। डॉ. तंवर ने कहा कि यदि सरकार जुन्गा अस्पताल में मूलभूत सुविधाएं और रिक्त पदों को नहीं भर्ती तो किसान सभा धरना प्रदर्शन करने से गुरेज नहीं करेगी।
सीएच जुन्गा के चिकित्सा प्रभारी डॉ. मनोज ने बताया कि खाली पदों को भरने बारे मामला उच्चाधिकारियों के साथ उठाया गया है। इसके अतिरिक्त भवन में हो रहे पानी के रिसाव बारे लोक निर्माण विभाग से मामला उठाया गया है।