आपने अक्सर गर्भवती महिला के सिजेरियन प्रसव के बारे में सुना होगा लेकिन पशुओं के भी सिजेरियन प्रसव सफलतापूर्ण हो सकते हैं इस बात की लोगों को कम ही जानकारी है।
शिमला जिला के गांव तलोटी खटनोल के पशुपालक विनय कुमार की गाय का पशु चिकित्सा अधिकारी तारा देवी डॉक्टर सुनील शर्मा और अक्षय धवन पशु चिकित्सा अधिकारी देवला जिला शिमला की संयुक्त टीम ने सिजेरियन ऑपरेशन कर जान बचाई है। बछड़े की पेट में ही मृत्यु हो गई थी जिससे गाय की जान को भी खतरा हो गया था।
डॉक्टर की टीम ने गाय के गर्भावस्था का निरीक्षण किया जिसमें पाया गया कि गर्भाशय लगभग 90 से 180 डिग्री अपनी असामान्य स्थिति से घूम गया है इसलिए प्रसव के लिए गाय को टीके लगाए गए लेकिन गर्भाशय में घुमाव ज्यादा होने के कारण गाय के स्वास्थ्य को खतरा महसूस हुआ। स्थिति को भांपते हुए पशु चिकित्सक की टीम ने तुरंत गाय का सिजेरियन ऑपरेशन किया, जिसमें गाय का बछड़ा मृत पाया गया लेकिन गाय की जान बचा ली गई। फिलहाल गाय की स्थिति सामान्य है।
ग्रामीणों के मुताबिक इलाके में इस तरह की सफल सर्जरी होने से खुशी का भी माहौल है। लोगों को पशुओं के प्रसव के सिजेरियन ऑपरेशन की कम ही जानकारी है। इसलिए पशु पालक विनय कुमार ने भी लोगों को इसको लेकर जागरूकता होना आवश्यक करार दिया है ताकि इस तरह की आपातकालीन स्थिति में गाय की जिंदगी बचाई जा सके।