आज पंजाब राजभवन में पंजाब और चंडीगढ़ का स्थापना दिवस बड़े ही हर्षोल्लास से मनाया गया। इस अवसर पर हरियाणा, आंध्र प्रदेश, छत्तीसगढ़, कर्नाटक, केरल, मध्य प्रदेश, तमिलनाडु और केंद्र शासित प्रदेश अंडमान और निकोबार द्वीप समूह, दिल्ली, लक्षद्वीप और पुडुचेरी का स्थापना दिवस भी मनाया गया।
यह कार्यक्रम भारत सरकार के “एक भारत, श्रेष्ठ भारत” कार्यक्रम के तहत मनाया गया, जिसका उद्देश्य पूरे देश के लोगों को एक-दूसरे से जोड़ना है। इस समारोह में भारत की जीवंत संस्कृतियों, विविध भाषाओं, समृद्ध इतिहास और परंपराओं की झलक देखने को मिली, जो हमारे देश की ताकत और अखंडता की नींव हैं।
इस अवसर पर पोस्ट ग्रेजुएट गवर्नमेंट कॉलेज फॉर गर्ल्स-11 की छात्राओं ने शिव स्तुति, गिद्दा और लुड्डी प्रस्तुत की, जबकि चंडीगढ़ विश्वविद्यालय की छात्राओं ने हरियाणवी नृत्य, मोहिनीअट्टम और भांगड़ा प्रस्तुत किया। चंडीगढ़ तमिल संगम द्वारा भरतनाट्यम और तमिल लोक नृत्य तथा कन्नड़ संघ चंडीगढ़ द्वारा कर्नाटक महाभारत की प्रस्तुति ने भी दर्शकों का मन मोह लिया।
इस अवसर पर बोलते हुए पंजाब के राज्यपाल और केंद्र शासित प्रदेश चंडीगढ़ के प्रशासक श्री गुलाब चंद कटारिया ने कहा कि ‘‘विविधता में एकता’’ भारत की पहचान है, जो स्वतंत्रता संग्राम के समृद्ध इतिहास और विविध भाषा, संस्कृति, धर्म, अहिंसा और न्याय के सिद्धांतों पर आधारित सांस्कृतिक विकास से बनी है। लोगों की आपसी समझ की भावना विविधता में एकता को सक्षम बनाती है, जो राष्ट्रवाद की लौ के रूप में सामने आती है और इसे भविष्य में भी पोषित करने की आवश्यकता है।
श्री कटारिया ने कहा कि अब राज्य स्थापना दिवस राष्ट्रीय पर्व जितना ही विशेष हो गया है। उन्होंने कहा कि पिछले एक वर्ष से पंजाब राजभवन में राज्य स्थापना दिवस का आयोजन हमारे देश के सामाजिक, आर्थिक और सांस्कृतिक विकास का प्रतीक है जो हमें एकता, स्वाभिमान और प्रगति के पथ पर चलने की प्रेरणा देता है। देश के सभी राज्यों को एक महान संस्कृति और मेहनती लोगों का आशीर्वाद प्राप्त है, जिन्होंने विभिन्न क्षेत्रों में राष्ट्रीय प्रगति में योगदान दिया है। उन्होंने कहा कि कश्मीर से कन्याकुमारी तक यह देश एक है। कोई भी सैनिक जो देश के लिए अपनी जान देता है, वह पूरे देश का शहीद और हीरो होता है, चाहे वह किसी भी राज्य में पैदा हुआ हो।इस अवसर पर राज्यपाल ने सभी से राज्य और राष्ट्र की प्रगति में योगदान देने के लिए एकजुट होकर काम करने का आह्वान किया।
इस अवसर पर उपस्थित प्रमुख लोगों में पंजाब के मुख्य सचिव श्री के ए पी सिन्हा, यूटी चंडीगढ़ के प्रशासक के सलाहकार श्री राजीव वर्मा, डीजीपी पंजाब श्री गौरव यादव, राज्यपाल के अतिरिक्त मुख्य सचिव श्री के शिवा प्रसाद, अतिरिक्त मुख्य सचिव रक्षा सेवा कल्याण पंजाब श्री जे एम बालामुरूगन, मेयर यूटी चंडीगढ़ श्री कुलदीप कुमार, भारत के अतिरिक्त सॉलिसिटर जनरल श्री सत्य पाल जैन, इंडियन रेड क्रॉस के सचिव सह मुख्य कार्यकारी श्री शिवदुलार सिंह ढिल्लों, गृह सचिव यूटी श्री मनदीप सिंह बराड़, आईजीपी यूटी श्री राज कुमार सिंह, सचिव शिक्षा यूटी श्रीमती प्रेरणा पुरी, सचिव विजिलेंस यूटी श्री अभिजीत विजय चौधरी, सचिव आईटी श्री हरि कल्लिक्कट, चंडीगढ़ के उपायुक्त श्री विनय प्रताप सिंह तथा चंडीगढ़ प्रशासन और पंजाब सरकार के अन्य अधिकारीगण शामिल थे। इस कार्यक्रम में समाज के विभिन्न वर्गों से आए अन्य अतिथिगण भी शामिल हुए।