हिमाचल प्रदेश में भाजपा की राजनीति दिशाहीन और मुद्दाहीन हो गई है । यहां पर पत्रकारों को संबोधित करते हुए कांग्रेस पार्टी के पूर्व हमीरपुर लोक सभा क्षेत्र प्रवक्ता संदीप संख्यान ने कहा कि प्रदेश में भाजपा द्वारा फरवरी में लोटस ऑपरेशन किया गया और उसके बाद सरकार पर विभिन्न प्रकार के आरोप लगाते गए यहां तक कि उप चुनाव में भी जबरदस्ती भाजपा के द्वारा ही प्रदेश को धकेला गया और लोगों पर अतिरिक्त का बोझ पड़ा। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार और भाजपा का यह मिला जुला एक्शन था। सत्ता से बाहर रहने की आदत भाजपा में है नहीं और सकारात्मक भूमिका निभाने के बजाय इन्होंने कभी टॉयलेट सीट तो कभी बस के किराए की राजनीति और कभी समोसे की राजनीति पर बयान बाजी की जा रही है। उन्होंने पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर से प्रश्न करते हुए कहा कि दो वर्ष पहले प्रदेश की जनता ने आपको सत्ता से बाहर कर दिया था लेकिन अभी तक आपकी सत्ता की भूख गई नहीं है। उन्होंने कहा कि जिन 10 गारंटियों की बात यह भाजपा के लोग कर रहे हैं सरकार ने पांच गारंटियां तो वर्तमान सरकार ने पूरी कर दी है। उन्होंने कहा कि भाजपा के दो जमवाल विधायकों की सारी कारगुजारी सामने आ गई है। सांख्यान ने कहा कि इस बात की चर्चा भाजपा के लोग नहीं करते की हिमाचल प्रदेश देश का पहला राज्य बना है जिसने की 2200 करोड रुपए का अतिरिक्त राजस्व एकत्र किया है। यह राजस्व मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह की ही देन है। उन्होंने भाजपा के सभी नेताओं से आग्रह किया कि वह अगर बहस करना चाहे तो तथ्यों के साथ आएं वह बहस के लिए हमेशा तैयार हैं। इस अवसर पर कांग्र्रेसी नेता देवराज भाटिया, पूर्व विधायक तिलक राज शर्मा, कांग्र्रेस के स्थाई सचिव हेमराज ठाकुर व पूर्व जिला सचिव मीरा भोगल सहित अन्य नेता मौजूद थे।