Bihar: बेगूसराय में बेखौफ शराब तस्करों का आतंक, छापेमारी करने गए दारोगा को कुचलकर मारा
नावकोठी पुलिस को सूचना मिली थी कि एक अल्टो कार से शराब की बड़ी खेप मंगाई जा रही है। इस सूचना के आधार के पर पुलिस दल-बल के साथ इलाके में छापेमारी करने पहुंची थी
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शराब माफियाओं ने पुलिस टीम पर किया हमला
Bihar News: बिहार में शराब माफियाओं के हौसले बुलंद हैं। उन्हें न पुलिस का डर है ना कानून का। यहां तक कि वो पुलिसवालों की भी जान लेने से नहीं डरते। ताजा मामला बेगूसराय से आया है। यहां शराब बरामदगी की सूचना पर पुलिस की टीम जब छापेमारी करनी पहुंची तो तस्करों ने उन पर ही हमला बोल दिया। घटना में एक दारोगा की मौत हो गई। जबकि होमगार्ड का एक जवान बुरी तरह से घायल हो गया।
खबर में आगे पढ़ें:
- बिहार में बेखौफ शराब तस्करों का आतंक
- दारोगा की बेरहमी से कर दी हत्या
- नीतीश की शराबबंदी नीति पर उठे सवाल
पुलिस टीम पर शराब तस्करों का हमला
मंगलवार की देर रात को नावकोठी पुलिस को सूचना मिली थी कि एक अल्टो कार से शराब की बड़ी खेप मंगाई जा रही है। इस सूचना के आधार के पर पुलिस दल-बल के साथ इलाके में छापेमारी पहुंची। पुलिस टीम मौके पर पहुंची तो शराब तस्करों ने पुलिसवालों पर हमला कर दिया। इस हमले में दारोगा खमान चौधरी की मौत हो गई। जबकि होमगार्ड का जवान बालेश्वर यादव घायल हो गया, जिसकी हालत स्थिर बनी हुई है।
होमगार्ड का जवान घायल
पूरा मामला नावकोठी थाना क्षेत्र के छतौना पुल की है। दरोगा की पहचान नावकोथी थाना में पदस्थापित खमास चौधरी के रूप में की गई है। वहीं घायल होमगार्ड जवान की पहचान बालेश्वर यादव के रूप में की गई है। घायल जवान ने बताया कि थाने में सूचना मिली थी कि शराब की बड़ी खेप मंगाई जा रही है। इसी सूचना पर खामास चौधरी दलबल के साथ छतौना पुल के नजदीक खड़े थे और जैसे ही अल्टो कार पहुंची उन्होंने कार को रोकने का प्रयास किया।
तस्करों ने दारोगा को कार से कुचला
शराब तस्कर सामने पुलिस को देखकर अपनी कार की की स्पीड और बढ़ा दी और सड़क पर खड़े दारोगा समास चौधरी सहित एक होमगार्ड के जवान को रौंदते हुए फरार हो गई है । अन्य पुलिस के जवानों ने अगल-बगल भाग कर किसी तरह अपनी जान बचाई । बाद में पुलिस ने छापेमारी कर अल्टो कार के मालिक को हिरासत में दिया है।
कार मालिक पुलिस हिरासत में
कार के मालिक से पुलिस पूछताछ कर कर रही है। हालांकि कार अभी भी बरामद नहीं की जा सकी है। वहीं, घटना के बाद जिले से भेजी गई अतिरिक्त पुलिस बल ने सीमाओं को सील कर दिया है। बड़े पैमाने पर कांबिंग शुरू कर दी गई है। बताया जा रहा है कि बेगूसराय की पुलिस इन शराब तस्करों का सुराग लगाने के लिए इलेक्ट्रानिंग और मैन्यूअल सर्विलांस का सहारा भी ले रही है।
नीतीश की शराबबंदी नीति पर उठे सवाल
बिहार में कई सालों से शराब बैन है। नीतीश सरकार अपनी इस पॉलिसी पर जीरो टॉलरेंस की बात करती है, लेकिन राज्य से आए दिन शराब तस्करी के मामले सामने आते रहते हैं। शराब तस्करों के हौसले इतने बुलंद है कि वह किसी को भी बख्शने के लिए तैयार नहीं है। पुलिस वाले लगातार इनके हमले का शिकार हो रही है। बिहार में लागू शराब बंदी पुलिस के लिए नासूर बनती जा रही है।