Bhopal News: भोपाल बालगृह केस में कई खुलासे हो रहे हैं। संचालक अनिल मैथ्यू को गिरफ्तार कर लिया गया है। इसके बाद यह बात सामने आई है कि इस बालगृह को जर्मनी से फंडिंग होती थी। बरामद बच्चियों ने खुलासा किया है कि हिंदू देवी-देवताओं की पूजा पर यहां रोक थी।
बालगृह संचालक अनिल मैथ्यू पर धर्मांतरण के भी आरोप लगे हैं। गिरफ्तारी के बाद उसके खिलाफ धर्मांतरण की धाराएं बढ़ाई गई हैं। बरामद बच्चियों ने के बयान भी सामने आए हैं। उनलोगों ने कहा है कि हिंदू देवी देवताओं की पूजा करने से बालिका गृह में हमें रोका जाता था। साथ ही बच्चियों को ईसाई धर्म अपनाने के लिए जोर दिया जाता था। ईसाई धर्म की किताबें उन्हें पढ़ने के लिए दी जाती थी।
जर्मनी से फंडिंग
वहीं, जांच के दौरान यह बात सामने आई है कि बालिका गृह के संचालक को जर्मनी से फंड आता था। पुलिस इस मामले में यह जांच करेगी कि जर्मनी से फंड कैसे आता था और किस संस्थान से आता था। इन तमाम बिंदुओं की जांच की जा रही है।
इसके साथ ही पुलिस की पूछताछ में अनिल मैथ्यू ने स्वीकार किया है कि हम तो ईसाई धर्म ही मनवाते थे। जिन बच्चों को यह स्वीकार नहीं था, वह यहां से चले गए। ईसाई धर्म अपनाने के लिए वह बच्चियों को प्रलोभन भी देता था। साथ नियमित रूप से उन्हें प्रभु यीशु की प्रार्थना में भाग लेना होता थआ। वह कहता था कि जो कुछ भी मिल रहा है, वह प्रभु यीशु ही दे रहे हैं। चर्च में भी प्रार्थना के लिए उन्हें मजबूर किया जाता था।
प्रशासन अब अनिल मैथ्यू के खातों की जांच करेगी। आखिर उसके पास कहां-कहां से इस बाल गृह के संचालन के लिए फंड आ रहे थे। साथ ही यह भी जांच की जाएगी कि अभी तक इसने कितने लोगों को धर्मांतरण करवाए हैं।