द्रंग से भाजपा के पूर्व विधायक जवाहर ठाकुर ने पंडोह में बाढ़ के कारण हुए नुकसान के लिए बीबीएमबी प्रबंधन को जिम्मेदार ठहराया है। पंडोह में आयोजित पत्रकार वार्ता को संबोधित करते हुए जवाहर ठाकुर ने कहा कि बीबीएमबी प्रबंधन की लापरवाही के कारण पंडोह में बाढ़ (Flood) आई और नुकसान हुआ। इस बात को लेकर एक उच्च स्तरीय जांच कमेटी (High Level Probe) का गठन किया जाए जो इस बात की जांच करे कि उस दिन बीबीएमबी (BBMB) ने कितना पानी छोड़ा और अपने प्रोजेक्ट (Project) के लिए कितना पानी इस्तेमाल किया। ऐसी परिस्थिति में फ्लशिंग क्यों की गई।
पंडोह डैम (Pandoh Dam) में बाखली की तरफ से आने वाले पानी की तरफ देखा जाए तो उससे यह प्रतीत हो रहा है कि डैम में पानी रोका जा सकता था, लेकिन ऐसा नहीं किया गया। सीधे पानी छोड़ने को ही तवज्जो दी गई जिस कारण पंडोह को भारी नुकसान हुआ। 100 साल पुराना “लाल पुल” ढह गया, लोगों के आशियाने टूट गए और सैंकड़ों लोग प्रभावित हुए। लोगों का जो भी नुकसान हुआ है और जो भी सार्वजनिक नुकसान हुआ है उसकी भरपाई बीबीएमबी प्रबंधन से ही की जाए।
जवाहर ठाकुर ने कहा कि मंडी और कुल्लू जिलों में 20 छोटी-बड़ी जलविद्युत परियोजनाएं हैं। मौजूदा समय में इनके क्या नुकसान हैं और भविष्य में इनके क्या नुकसान हो सकते हैं, इन सब बातों को जांचने के लिए रिटायर्ड जज की अध्यक्षता में एक कमेटी का गठन किया जाए। यह कमेटी इन पावर प्रोजेक्टों की जांच करे और भविष्य के लिए ठोस नीति बनाने का सुझाव सरकार को दे। परियोजनाओं में पंडोह डैम (Pandoh) ही सबसे बड़ी परियोजना है और यहां पर जो भी कमियां हैं या जो भी लापरवाहियां बरती जाती हैं उनकी उच्च स्तरीय जांच की जाए।