28 सितंबर को पूरे देश में अनंत चतुर्दशी का त्यौहार धूम-धाम से मनाया जा रहा है. बहुत से श्रद्धालु आज गणपति बप्पा का विसर्जन करते हैं. तेलंगाना के एक गणपति मंदिर की अनोखी परंपरा है. तेलंगाना के हैदराबाद के बालापुर गणेश लड्डू की नीलामी की जाती है. ये लड्डू भक्ती और संस्कृति का प्रतीक है. 2023 में रिकॉर्डतोड़ रकम चुकाकर हैदराबाद का एक शख़्स लड्डू घर ले गया.
कितने लाख में नीलामी हुआ बालापुर गणेश लड्डू ? (Balapur Ganesh Laddu Auctioned)
The Times of India की रिपोर्ट के अनुसार, बालापुर गणेश लड्डू 27 लाख रुपये में नीलाम हुआ. हैदराबाद, तेलंगाना के दसरी दयानंद रेड्डी (Dasari Dayanand Reddy) ये लड्डू अपने घर ले गए.
2022 में इस लड्डू के लिए एक भक्त ने 24.60 लाख रुपये चुकाए थे. इस साल 2.40 लाख ज़्यादा चुकाकर 27 लाख में एक गणेश भक्त ने लड्डू खरीदा. 2021 में ये लड्डू 18.90 लाख में नीलाम हुआ था.
दयानंद रेड्डी ने कहा, ‘मैंने 2022 में ही हिस्सा लिया था लेकिन खरीद नहीं पाया. मुझे बालापुर लड्डू जिसे बंगारू लड्डू भी कहा जाता है मिलने की बेहद खुशी है.’
कौन करवाता है बालापुर गणेश लड्डू की नीलामी?
बालापुर गणेश उत्सव समिति इस लड्डू की नीलामी हर साल करवाते हैं. ये गणेश समिति 1994 से ही निलामी करवा रहा है. 2023 में 36 भक्तों ने बोली लगाई.
समिति ने इस साल एक नया नियम लागू किया. अगले साल से लड्डू की बोली लगाने वाले को वहीं पर पैसे देने होंगे.
क्यों होती है बालापुर लड्डू की नीलामी (History of Balapur Laddu Auction)
मंदिर समिति इस लड्डू की नीलामी 1994 से करवा रही है. Free Press Journal की एक रिपोर्ट के अनुसार 1994 में 450 रुपये में ये लड्डू नीलाम हुआ था. कोलन मोहन रेड्डी नामक किसान ने ये लड्डू खरीदा था. परिवार और गांववालों को प्रसाद देने के बाद उसने खेत में लड्डू के टुकड़े छिड़कें. इसके बाद उसके भाग्य खुल गए, खेतों की पैदावर दोगुनी हो गई. तब से ही ये मान्यता है कि ये लड्डू जिसके पास आएगा, उसकी किस्मत बदल जाएगी.
हैदराबाद में गणेश निमाज्जनम (Ganesh Nimajjanam) के बाद लड्डू की नीलामी हुई.
नीलामी में भाग लेने वाले भक्तों की मान्यता है कि ये लड्डू जिसके हिस्से आएगा, उसके भाग खुल जाएंगे.