सोलन – चैत्र नवरात्रि के पावन अवसर पर बाहरा विश्वविद्यालय ने अपने परिसर में हवन और लंगर का आयोजन किया, जिससे आध्यात्मिकता और सांस्कृतिक विरासत को मनाने की अपनी वार्षिक परंपरा को जारी रखा।
इस आयोजन का मुख्य उद्देश्य छात्रों और संकाय सदस्यों को अपनी जड़ों से जोड़ना और उनकी सांस्कृतिक मान्यताओं को सुदृढ़ करना है। इस तरह की परंपराएं युवा पीढ़ी को अपनी संस्कृति से जोड़ेंगी, जिससे वे धार्मिक अनुष्ठानों और रीति-रिवाजों की जानकारी प्राप्त कर सकें।
यह हवन देश, राज्य और विश्वविद्यालय के कल्याण के लिए आयोजित किया गया, जिससे शांति, समृद्धि और सकारात्मक ऊर्जा का संचार हो। इसके उपरांत लंगर का आयोजन किया गया, जो एकता और निस्वार्थ सेवा का प्रतीक है।
इस कार्यक्रम में रजिस्ट्रार वीनीत कुमार, निदेशक (प्रवेश एवं विपणन) अनुराग अवस्थी, सभी विभागाध्यक्ष, प्राध्यापक और छात्र उपस्थित रहे, जिन्होंने श्रद्धा और उत्साह के साथ भाग लिया।
बाहरा विश्वविद्यालय भारतीय सांस्कृतिक मूल्यों के संरक्षण और संवर्धन के लिए प्रतिबद्ध है, जिससे छात्र अपनी विरासत से जुड़े रहें और इस प्रकार के सार्थक आयोजनों के माध्यम से इसे आत्मसात कर सकें।