Ayodhya के सरकारी व निजी अस्पतालों में बढ़ेंगे बेड… सस्ती होंगी जांचें, उप मुख्यमंत्री ने दिए निर्देश
उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने बुधवार को अधिकारियों को निर्देश दिए कि वह अयोध्या में अच्छी स्वास्थ्य सुविधाएं दिलाने के लिए सभी जरूरी उपाय करें और अभी तक की गईं तैयारियों की समीक्षा कर जरूरी संसाधनों को बढ़ाएं। बता दें कि प्रभु श्रीराम के दर्शन करने अयोध्या आने वाले श्रद्धालुओं को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराई कराने को लेकर डिप्टी सीएम ने निर्देश दिए हैं।
HIGHLIGHTS
- उप मुख्यमंत्री ने हाईवे पर अस्थायी अस्पताल बनाने के दिए निर्देश
- निजी अस्पतालों में एमआरआइ व हृदय रोगियों की होगी सस्ती जांच
- जरूरत के अनुसार बेड़ बढ़ाने व बाहर से आने वाले लोगों के लिए बेड आरक्षित करने के आदेश
Beds Will Increase In Govt & Private Hospitals Of Ayodhya: प्रभु श्रीराम के दर्शन करने अयोध्या आने वाले श्रद्धालुओं को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी। बुधवार को उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने अधिकारियों को निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि वह अच्छी स्वास्थ्य सुविधाएं दिलाने के लिए सभी जरूरी उपाय करें।
उन्होंने यह भी कहा कि अभी तक की गईं तैयारियों की समीक्षा कर जरूरी संसाधनों को बढ़ाएं। उन्होंने यहां सरकारी व निजी अस्पतालों में जरूरत के अनुसार बेड़ बढ़ाने और बाहर से आने वाले लोगों के लिए बेड आरक्षित करने का भी आदेश दिया।
सभी हाईवे पर अस्पताल बनाने को लेकर कही बात
उप मुख्यमंत्री ने कहा कि यहां सभी हाईवे पर अस्थायी अस्पताल बनाए जाएं, ताकि श्रद्धालुओं को कठिनाई का सामना न करना पड़े। यह अस्पताल 20-20 बेड या जरूरत के अनुसार अधिक बेड के बनाए जाएं। निजी अस्पतालों में एमआरआइ जांच सरकारी दर पर की जाए।
हृदय रोगियों की जांच और कैथ लैब में उपचार की सुविधा भी सरकारी दर पर ही की जाए। ताकि यहां लोगों को सस्ती जांच व उपचार की सुविधा मिल सके।
विशेष चिकित्सकों की लगाई गई ड्यूटी
सरकारी अस्पतालों में न्यूरो सर्जन की उपलब्धता को हर हाल में सुनिश्चित किया जाए। यहां पर दुर्घटनाग्रस्त लोगों को तत्काल उपलब्ध कराने के लिए निजी अस्पतालों के न्यूरो सर्जन से सरकारी दर पर इलाज के लिए उपलब्ध कराया जाएगा।
हां आने वाले अति विशिष्ट अतिथियों व विशिष्ट अतिथियों के साथ-साथ श्रद्धालुओं का भी अच्छा इलाज करने के लिए केजीएमयू, संजय गांधी पीजीआई व डॉ.राम मनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान के विशेषज्ञ चिकित्सकों की रोस्टर के अनुसार ड्यूटी लगाई जाए।