भ्रष्टाचार की परतें उघड़ने लगी तो कांग्रेस सरकार की सांसे भी अब रुकने लगी है। बहुत जल्द ये सरकार इनके मुख्या और उनके मित्रों के कारनामों की बजह से ही बेनकाब होगी। ये आरोप पूर्व मुख्यमंत्री एवं नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने मंडी में लगाते हुए कहा कि ऐसा कोई दिन नहीं है जिस दिन देशभर में इस झूठी सरकार की किरकिरी नहीं हो रही है। ये सब इनके अपने कारनामों की बजह से हो रहा है। इसमें भारतीय जनता पार्टी और मुझे दोष देने से कांग्रेस नेता बाज आएं। इनके नेता कह रहे हैं कि हमने हिमाचल के बारे में महाराष्ट्र और झारखंड में गलत प्रचार किया है लेकिन ये किसी से छिपा है क्या कि इनके नेताओं ने कैसी कैसी झूठी गारंटियाँ देकर देश की जनता को भ्रमित करने का प्रयास किया लेकिन कहीं इन्हें कामयाबी नहीं मिल सकी। मेरी पार्टी ने हरियाणा में भी हमारी ड्यूटी प्रचार के लिए लगाई और फिर महाराष्ट्र और झारखंड के लिए भी भेजा। हमने जो असलियत है वही जनता के सामने रखी जिससे कांग्रेस पार्टी और इनके बड़े नेता बौखला गए हैं। अब कह रहे हैं कि हमने हिमाचल को बदनाम किया जबकि सच्चाई ये है कि कांग्रेस पार्टी ने झूठी गारंटियों के सहारे सत्ता हथियाई और ये झूठ का मॉडल अन्य राज्यों में भी सत्ता में आने के लिए आजमाना चाहा लेकिन इन्हें सफलता नहीं मिल रही है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकार अपने गलत निर्णयों की बजह से बदनाम हो रही है जिस पर मंथन करने के बजाए इनके नेता भाजपा को कसूरवार ठहरा रहे हैं जो हास्यास्पद है। हमारा काम आजकल सरकार के हर गलत निर्णय का विरोध करना है। अभी पर्यटन निगम के होटलों को लेकर जो हाईकोर्ट का फैसला आया है उसको लेकर भी सरकार की मंशा में खोट दिखाई दे रहा है। ऐसा लग रहा है कि सरकार ने जानबूझकर इस मामले को कमजोर कर कुछ खास मित्रों को फायदा पहुंचाने का खाका तैयार किया है। इसकी तैयारी कई दिनों से चल रही है ताकि इन बड़े होटल यूनिट्स को प्राइवेट सेक्टर में चलाया जा सके। उन्होंने कहा कि इस सरकार ने दो साल के अल्प काल में ही भ्रष्टाचार के इतने सारे रिकॉर्ड तोड़ कर रख दिए हैं कि ये देश में एक ऐसी सरकार है जिसकी लोकप्रियता पहले छः माह में ही इतनी गिर चुकी थी कि जनता सड़कों पर आने को मजबूर हुई। अब तो रोज़ ऐसे फैसले लिये जा रहे हैं जिससे खुद इनकी फजीहत हो रही है। भाजपा तो ऐसे में सिर्फ विपक्ष के नाते अपना कर्तव्य निभा ही रही है। सवाल उठता है कि ऐसे हालात में कांग्रेस सरकार आखिर किस बात का जश्न मना रही है जब हर ओर निराशा का आलम है। गारंटियों के सहारे मुख्यमंत्री आगे बढ़ना चाहते हैं लेकिन जनता इनकी सच्चाई जान चुकी है।