सोलन:
शहर में आवारा कुत्तों के काटने की घटनाओं और रेबीज के खतरे को देखते हुए पशुपालन विभाग ने नगर निगम के सहयोग से विशेष अभियान शुरू किया है। विभाग के उपनिदेशक विवेक लांबा ने बताया कि अब तक 150 से ज्यादा कुत्तों को एंटी-रेबीज वैक्सीन लगाई जा चुकी है। यह टीकाकरण नि:शुल्क है, हालांकि यह पता लगाना चुनौतीपूर्ण रहता है कि किस कुत्ते को पहले वैक्सीन दी गई है।उन्होंने कहा कि अब तक किसी भी कुत्ते की मौत रेबीज से नहीं हुई है। काटने की घटनाएं अक्सर आक्रामक स्वभाव और मेटिंग सीजन में उग्रता के कारण होती हैं। लांबा ने स्पष्ट किया कि एंटी-रेबीज वैक्सीन काटने से नहीं रोकती, बल्कि बीमारी से बचाव करती है। लोगों से अपील की गई कि कुत्ता काटने पर घबराएं नहीं और तुरंत अस्पताल जाकर उपचार कराएं। साथ ही, काटने वाले कुत्ते को 10 दिनों तक निगरानी में रखें।उपनिदेशक विवेक लांबा ने बताया कि विभाग ने आबादी नियंत्रण के लिए नसबंदी अभियान भी शुरू किया है। आधुनिक पशु नियंत्रण केंद्र में छह कुत्तों की नसबंदी की जा चुकी है और पहले चरण में 100 कुत्तों की नसबंदी का लक्ष्य रखा गया है। सुप्रीम कोर्ट के दिशानिर्देशों के अनुसार नसबंदी और टीकाकरण के बाद कुत्तों को उसी इलाके में वापस छोड़ा जा रहा है।बाइट उपनिदेशक विवेक लांबा