हिमाचल सरकार के कैबिनेट में लिए बिजली महादेव रोपवे प्रोजेक्ट की मंजूरी के फैसले का स्थानीय जनता विरोध जता रही है। उनका कहना है कि जब बिजली महादेव अपनी देव वाणी के माध्यम से रोपवे का विरोध कर चुके हैं तो सरकार इस प्रोजेक्ट को लगाने के लिए इस तरह के जनविरोधी फैसले क्यों ले रही है। स्थानीय जनता देव आदेश का पालन करते हुए सड़कों पर उतर चुके है
उनका कहना है कि इस प्रोजेक्ट के विरोध में खराहल व कशावरी फाटी के लोग हजारों की संख्या में डीसी कार्यालय में धरना दे चुके हैं। इतना ही नहीं रोपवे के विरोध में कुल्लू व्यापार मंडल भी बाजार बंद कर चुका है। इसके बावजूद भी सरकार इस प्रोजेक्ट को मंजूरी दे रही है। सरकार को देव आदेश व देव संस्कृति का सम्मान करना चाहिए, लेकिन वह देव परंपरा को अपमानित करने का कार्य कर रहे है।
उन्होंने कहा कि आने वाले समय में क्षेत्र के लोग देव आदेश का पालन करते हुए इस प्रोजेक्ट का विरोध करेंगे। उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश सरकार देव स्थल को पर्यटन स्थल बनाने पर तुली है, जो वह नहीं होने देंगे। इस दौरान स्थानीय पंचायत प्रधान, बिजली महादेव रोपवे संघर्ष समिति के सदस्य संजीव शर्मा उर्फ संजू पंडित मौजूद रहे।