चुनाव से पहले मतदाताओं को रिझाने के लिए नेता कई तरह के वादे करते हैं. चाहे वो विधान सभा चुनाव हो, लोक सभा चुनाव हो, पंचायत चुनाव हो. बिजली आएगी, पुल बनवाएंगे, सड़कें बनवाएंगे आदि. गौरतलब है कि बहुत कम नेता ये वादे पूरे करते हैं. ज़्यादातर नेता वोट मिलने के बाद वोटर्स को किया वादा भूल ही जाते हैं. आंध्र प्रदेश के एक पार्षद ने भी वोटर्स से कई वादे किए. चुनाव जीतने के बाद भी वो वादे पूरे न कर पाया. गुस्से में आकर एक सभा के दौरान ये पार्षद खुद को चप्पल से पीटने लगा.
वादे पूरे नहीं कर पाया तो खुद को चप्पल से पीटने लगा
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, आंध्र प्रदेश के अनाकापल्ली ज़िले का पार्षद है मुलापार्थी रामराजू. 40 साल के रामराजू ने चुनाव से पहले वोटर्स से कई तरह के वादे किए थे. गौरतलब है कि राजू उन वादों को पूरा नहीं कर पाया. एक सभा के दौरान उसने खुद को चप्पल से पीटा. नर्सीपटनम म्युनिसिपाल्टी के पार्षद रामराजू ने कहा कि उसने बहुत कोशिशें की लेकिन कुछ न कर सका. पार्षद ने स्थानीय सिविक बॉडी अधिकारियों पर समस्याओं को नज़रअंदाज़ करने का भी आरोप लगाया है.
PTI से बात-चीत में रामराजू ने कहा, ‘मुझे पार्षद बने हुए 31 महीने हो चुके हैं. लेकिन मैं अपने वार्ड में सिविक इश्यूज़ जैसे ड्रेनेज, बिजली, स्वच्छता, सड़कों जैसी समस्याओं का हल नहीं निकाल पाया.’
पार्षद रामराजू ने कहा कि सिविक बॉडी मीटींग में मर जाना अच्छा है.
TDP ने शेयर किया वीडियो
तेलुगु देसम पार्टी (TDP) ने अपने आधिकारिक ट्वीटर अकाउंट पर पार्षद का वीडियो शेयर किया है. स्थानीय चुनाव में रामराजू को TDP का समर्थन मिला था. ट्वीट में लिखा गया कि लिंगापुरम गांव के आदिवासी प्रतिनिधि हैं रामराजू. पार्षद बनन के 30 महीने बाद भी वो अपने गांव में एक नल नहीं लगवा पाए.
सोशल मीडिया पर पार्षद का ये वीडियो तेज़ी से वायरल हो रहा है. पार्षद की हरकत पर आपकी क्या राय है?