हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने स्पष्ट कहा है कि प्रदेश की सबसे बड़ी संपदा — जल स्रोत — को किसी भी कीमत पर लुटने नहीं दिया जाएगा। शानन जलविद्युत परियोजना को लेकर सुक्खू ने दो टूक कहा कि सुप्रीम कोर्ट में कांग्रेस सरकार इस मामले की मजबूती से लड़ाई लड़ रही है, जबकि कुछ नेता केवल बयानबाजी के सहारे राजनीतिक रोटियां सेंकना चाहते हैं। उन्होंने चेताया कि इन नेताओं की साजिशें कभी कामयाब नहीं होंगी मुख्यमंत्री ने बताया कि शानन प्रोजेक्ट से 12,000 मेगावाट बिजली पैदा होती है, जिससे 67,000 करोड़ रुपये का मुनाफा होता है। जबकि हिमाचल का कुल बजट मात्र 58,000 करोड़ है। यह स्थिति चिंताजनक है और प्रदेश की अर्थव्यवस्था पर गंभीर असर डाल रही है। एन-टी-पी-सी, एन-एच-पी-सी और एस-जे-वी-एन-एल जैसी कंपनियां चांदी कूट रही हैं, जबकि हिमाचल को उसका जायज हक नहीं मिल रहा।सुक्खू ने कहा कि पिछली सरकार ने हिमाचल की संपदा लुटा दी, लेकिन अब कांग्रेस सरकार ने ठान लिया है — अब हर परियोजना पर हिमाचल का हक सुनिश्चित किया जाएगा। मुख्यमंत्री ने ऐलान किया कि शानन प्रोजेक्ट के साथ-साथ बैरासूल , सुन्नी-लोरी और धौलासिद्ध विद्युत परियोजनाओं को भी प्रदेश सरकार अपने कब्जे में लेगी और हिमाचल की जनता को समर्पित करेगी। सुक्खू ने स्पष्ट किया कि यह केवल राजनीतिक बयान नहीं, बल्कि हिमाचल के भविष्य की निर्णायक लड़ाई है। जिसे कांग्रेस सरकार हर हाल में जीतेगी।बाइट मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू