सोलन। सोलन पुलिस ने पिछले साढ़े पांच सालों से फरार चल रहे बशाल में अवैध नशा मुक्ति केंद्र के नाम पर नशे की दवाओं का कारोबार चला रहे आरोपी को चंडीगढ़ से गिरफ्तार कर लिया है। उसके खिलाफ लुधियाना में भी अपहरण का मुकदमा दर्ज है। अज उसे अदालत में पेश करके पुलिस रिमांड का आवेदन किया जाएगा।
सोलन के पुलिस अधीक्षक गौरव सिंह ने बताया कि 21 अगस्त 2018 को पुलिस थाना सदर में दर्ज एक मुक़दमे में थाना सोलन व स्वास्थ्य विभाग की टीम द्वारा संयुक्त रूप से गांव बशाल में चल रहे दिशा फाउंडेशन नशा मुक्ति केन्द्र का निरीक्षण किया गया था। निरीक्षण के दौरान इस नशा मुक्ति केन्द्र में कार्यरत कर्मचारी सारंग वेद इस केन्द्र को चलाने सम्बन्धी कोई भी दस्तावेज व लाईसेंस पेश न कर सका था ।
उन्होंने बताया कि उपरोक्त टीम ने दिशा फांउडेशन का रिकार्ड व वहां रखी औषधि व दवाईयों को चैक किया गया तो वहां पर प्रतिबन्धित दवाइयों व 1254 गोलियां बरामद हुईं। जांच में पता चला कि इन प्रतिबन्धित दवाईयों को दिशा फांउडेशन के प्रबन्धन द्वारा नशा मुक्ति केन्द्र में इलाज के लिए रखे गए लोगों को अनाधिकृत तरीके से दिया जा रहा था।
उन्होंने बताया कि जांच में यह तथ्य सामने आने के बाद पुलिस थाना सदर सोलन में ड्रग व कास्मेटिक एक्ट के तहत दर्ज कर लिया गया था। जांच आगे बढ़ी तो दिशा फाउंडेशन का संचालक जसपाल अंडर ग्राउंड हो गया। इसके बाद वह तब से ही समय से फरार चला आ रहा था। गिरफतारी से बचने के लिये वह बार— बार ठिकाने बदल रहा था
एसपी ने बताया कि पुलिस टीम लगातार उसका पीछा कर रही थी। कल सदर पुलिस थाना सोलन की टीम ने आरोपी पंजाब के लुधियाना जिले के से. 38 जमालपुर अवाना निवासी जसपाल सिंह बेदी को क़रीब साढ़े पांच साल बाद लुधियाना से गिरफतार किया गया है
आरोपी को आज न्यायालय में पेश किया जायेगा। इस अभियोग के अन्वेषण के दौरान पाया गया है कि यह आरोपी पहले भी अपराधिक वारदातों में संलिप्त रहा है। उसके विरुद्ध लुधियाना पंजाब में आपरधिक मामला दर्ज है।
उन्होंने बताया कि आरोपी जसपाल के ख़िलाफ़ लुधियाना में एक व्यक्ति के अपहरण का मामला दर्ज है।आरोपी ने पुलिस से बचने के लिए अपने होम एड्रेस को बदल दिया था।