हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय (HPU) प्रदेश का सबसे पुराना विश्वविद्यालय हैं, लेकिन इस विश्वविद्यालय की समस्याओं की बात करें तो वह भी बहुत पुरानी है। इस वर्ष हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय का नया सत्र देश के सभी विश्वविद्यालयों में देरी से शुरू होगा।
एबीवीपी (ABVP) का कहना है कि हिमाचल एचपीयू (HPU) की खामियों की वजह से विद्यार्थियों को हमेशा परेशानियों का सामना करना पड़ता है। वैसे तो हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय “ए ग्रेड” विश्वविद्यालय है, लेकिन इस विश्वविद्यालय की समस्याएं भी “ए ग्रेड” है। विश्वविद्यालय में कभी भी विद्यार्थियों के परिणाम समय पर घोषित नहीं होते हैं। जब भी परिणाम घोषित होते हैं तो आधी-अधूरी खामियों के साथ घोषित होते हैं।
इकाई अध्यक्ष आकाश नेगी ने बताया कि इस विश्वविद्यालय द्वारा री अपीयर व पुनर्मूल्यांकन के नाम पर लाखों रुपए लूटने वाला यह विश्वविद्यालय प्रशासन कभी भी समय पर विद्यार्थियों के परीक्षा परिणाम घोषित नहीं करता है। अगर इस वर्ष की बात करें तो री- अपीयर व पुनर्मूल्यांकन के परिणामों में देरी होने के कारण ही नया सत्र देरी से शुरू हो रहा है।
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) ने मांग की है कि आने वाले समय में अगर इन खामियों में विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा सुधार नहीं किया गया, तो विद्यार्थी परिषद हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय प्रशासन के खिलाफ उग्र आंदोलन करेगी।