हिमाचल प्रदेश के विश्व विख्यात शक्तिपीठ श्री नैना देवी में अद्भुत बंजारों का दो दिवसीय मेला हुआ आयोजित जिसमें देश के विभिन्न कोनों से भारी संख्या में बंजारे अपने परिवार व सगे संबंधियों सहित पहुंचे माता के दरबार में हाजरी लगाने के प्रति हम आज आपको बंजारों के मेले का दिखाने जा रहे हैं रंग l 20 जुलाई को प्रतिवर्ष आरंभ होता है बंजारों का मेला और 21 जुलाई को मेले का हो जाता है समापन आदिकाल से चली आई है यह प्रथा जिस का बंजारा जाति आधुनिक युग में भी कर रही है निर्वहन
हम आपको बताते चलें कि हिमाचल प्रदेश के विश्व विख्यात शक्तिपीठ श्री नैना देवी में बंजारों के मेले का रंग देखने को मिला, हर वर्ष श्रावण महीने की 20और 21 तारीख को ये बंजारे जिन्हे गाड़ी वाले भी कहा जाता हैं अपने पूरे परिवारो के साथ मंदिर दर्शनों के लिए पहुंचते हैं पूरे देश के कोने कोने से ये बंजारे श्री नैना देवी पहुंचते हैं और दो दिन तक इनका मेला श्री नैना देवी जी में लगता हैं
माता जी के दर्शनों के उपरांत श्री नैना देवी में बंजारों के मेले के रंग ,डांस ,कुश्ती देखने को मिलती हैं , प्राचीन काल से यह परम्परा चली आ रही l विभिन्न परिधानों में सजे ये बंजारे श्रद्धालुओं स्थानीय लोगों के मनों को मोह लेते हैं