अनेक भ्रष्टाचार करने के आरोप पीड़ित खिलाड़ियों ने प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुखू व निर्वाचन आयोग से उठाई मांग समय रहते उनके भविष्य को बचाने के प्रति उनको न्याय दिलवाने की दृष्टि से खेल विभाग के संबन्धित उत्तरदाई अधिकारी के विरुद्ध सक्त कार्रवाई लाई जाए अमल में उन्हें स्ट्रेट स्पोर्ट्स हॉस्टल बिलासपुर से बाहर नहीं करने का किया आग्रह वहीं दूसरी ओर इस संदर्भ में जिला खेल अधिकारी रविशंकर से बात की गई तो उन्होंने उन पर लगे से भी आरोपी को नकारा
स्टेट स्पोर्ट्स हॉस्टल बिलासपुर, खिलाड़ियों के प्रैक्टिस करते हुए के दृश्य, स्टेट स्पोर्ट्स हॉस्टल बिलासपुर के दृश्य इसके अलावा पीड़ित खिलाड़ियों के दृश्य , एस डी एम बिलासपुर को ज्ञापन सौंपने के दृश्य l
कबड्डी खेल के क्षेत्र में धूम मचा देने वाले स्टेट स्पोर्ट्स हॉस्टल बिलासपुर से नियमों को दर -किनारकर खेल विभाग के एक अधिकारी ने बाहर का रास्ता दिखा दिया है lपीड़ित खिलाड़ियों ने उत्तरदाई अधिकारी अनेक भ्रष्टाचार करने के आरोप लगाए हैं l खिलाड़ियों का कहना है कि नियम के अनुसार उन्हें किट जूते किसी भी खेल प्रतियोगिता में शामिल होने के लिए किराया तक नहीं दिया गया है l मेडिकल का कभी लाभ नहीं दिया गया l खिलाड़ियों का आरोप है नीम के अनुसार खेल के प्रति सरकार से विशेष बजट का प्रावधान है तो ऐसे में उनके लिए जो आया बेस्ट है उसका प्रयोग क्यों नहीं किया गया l इसकी उच्च स्तरीय जांच होनी चाहिए l पीड़ित खिलाड़ियों का कहना है कि संबंधित अधिकारी ने जानबूझकर आचार संहिता का समय उन्हें निकालने के लिए चुना ताकि उनके साथ हो रहे अन्याय की कोई सुनवाई नहीं हो सके l स्पोर्ट्स हॉस्टल बिलासपुर एवं इंडिया कबड्डी टीम के सेवानिवृत कोच रतन लाल ठाकुरका कहना है कि
नियमानुसार स्टेट स्पोर्ट्स हॉस्टल में प्रवेश मिलने के उपरांत 3 साल तक किसी भी खिलाड़ी को बाहर नहीं निकाला जा सकता है लेकिन स्टेट हॉस्टल बिलासपुर में खेल विभाग के संबंधित अधिकारी ने सारे नियमों को दर्- किनार कर प्रदेश और राष्ट्रीय स्तर पर बिना कोच के भी मेडल दिलवाने वाले 11 खिलाड़ियों को स्टेट हॉस्टल बिलासपुर से बाहर निकलना गैर कानूनी निंदनीय हथकंडा है l उन्होंने बताया कि स्टेट स्पोर्ट्स हॉस्टल बिलासपुर का खिलाड़ियों को बुलंदियों पर पहुंचने के एक विशेष योगदान रहा है l उन्होंने बताया कबड्डी खेल के क्षेत्र में स्टेट हॉस्टल बिलासपुर से कबड्डी के स्टार खिलाड़ी रितु नेगी प्रियंका नेगी सुषमा निधि शर्मा साक्षी शर्मा कविता ठाकुर रजिन्द्र कौर आदि किसी पहचान के मोहताज नहीं हैं l देश को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अनेक पदक दिलवाने वाले खिलाड़ी स्टेट स्पोर्ट्स हॉस्टल बिलासपुर की देन है जिसे कभी इतिहास में भी नहीं झूठलाया जा सकता है l
पीड़ित खिलाड़ियों ने प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुखू व निर्वाचन आयोग से उठाई मांग समय रहते उनके भविष्य को बचाने के प्रति उनको न्याय दिलवाने की दृष्टि से खेल विभाग के संबन्धित उत्तरदाई अधिकारी के विरुद्ध सक्त कार्रवाई अमल में लाई l उनके भविष्य को बचाने के प्रति उन्हें स्ट्रेट स्पोर्ट्स हॉस्टल बिलासपुर से बाहर नहीं करने का आग्रह किया है l पीड़ित खिलाड़ियों ने खेल विभाग को चेतावनी में दी है कि अगर उनके अधिकार पूर्ण मांग को पूर्ण नहीं किया गया तो विवश होकर उनका न्यायालय का दरवाजा खटकाना पड़ेगा l इसके प्रति संबन्धित विभाग और सरकार उत्तरदाई होगी l
वहीं दूसरी ओर इस संदर्भ में जिला खेल अधिकारी रविशंकर से बात की गई तो उन्होंने उन पर लगे सभी आरोपों को नकारा
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