हरिऔम गौशाला कोटला बड़ोग द्वारा एक पौधा गौ माता के नाम चलाया जाएगा । इस अभियान का शुभारम्भ शिरगुल मंदिर समिती राजगढ़ सदस्यों द्वारा किया गया । इस अभियान के पहले चरण में ब्यूल ,लहसुनिया ,रुबिनिया , पाजा , कचनार आदि चारे वाली प्रजातियों के लगभग 100 पौधे रौपण किया गया | हरिओम गौशाला के संचालक कपिल ठाकुर ने बताया कि एक पौधा गौमाता के नाम अभियान के तहत कोटला बड़ोग गौशाला के आसपास के क्षेत्र में चारे वाले 11 हजार पौधे रोपित किये जायेंगे । पौधारोपण अलग अलग चरण में अगले कुछ वर्ष तक किया जारी रखा जाएगा ताकि रोपित किए गए पौधों सरंक्षण भी किया जा सके । उन्होंने बताया कि इस वर्ष एक हजार पौधे रोपित किये जायेंगे । इन पौधों से न केवल पर्यावरण का सरंक्षण होगा बल्कि कई दशको तक गौमाता का भरण पोषण भी होगा । इस पौध रोपण अभियान को धार्मिक मान्यता से भी जोड़ा जाएगा ताकि अधिक से अधिक लोग गौ माता के नाम से इस अभियान से जुड़े । कपिल ठाकुर का कहना है कि जो भक्त भी गौ शाला में आकर पौध रोपण करेगा । उसकी और से जब तक वह पौधा हरा चारा देता रहेगा गौ माता के लिए चारा उसकी और है माना जाएगा रोपित किये पौधों से गौमाता को कई वर्षो तक हरी पतियाँ खाने को मिलेगी , इसलिए गौशाला क्षेत्र में पौधारोपण करने से पौधा रोपित करने वालो को पर्यावरण सरंक्षण के साथ गौमाता की सेवा के पुण्य का फल भी प्राप्त होगा | उन्होंने बताया कि हरिओम गौशाला में 500 निराश्रित पशुओ को सरंक्षण प्राप्त हो रहा है और इतने पशुओ के भरण पोषण में भारी राशी की आवश्यकता होती है | गौशाला को आत्मनिर्भर बनाने के लिए निरंतर प्रयास किये जा रहे है और इसी कड़ी में एक पौधा गौमाता के नाम अभियान का आरम्भ किया गया है | पौधारोपण अभियान में शिरगुल मंदिर समिती राजगढ़ से महंत मधुसुदन गिरी , अध्यक्ष अरुण ठाकुर , कमल स्वरूप कमल , नरेंद्र ठाकुर , गोपाल शर्मा , नितिन भारद्वाज , धर्मेन्द्र कंवर , अजय ठाकुर , राज , महिला सदस्य तथा गौसेवको ने सहयोग किया | गौशाला की ओर से सभी को गीता प्रेस की गौअंक पुस्तके भी भेंट की गयी |